रिटायर्ड जस्टिस अरुण मिश्रा ने संभाली राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष पद, बीते दिसंबर से खाली थी अध्यक्ष की कुर्सी

छह महीनों से खाली पड़ा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के नए अध्यक्ष पद पर आखिरकार नियुक्ति हो गई। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को रिटायर्ड जस्टिस अरुण मिश्रा के रूप में नया अध्यक्ष मिला। रिटायर्ड जस्टिस मिश्रा ने आज से अपना कार्यभार संभाला।

बता दें कि सोमवार को रिटायर्ड जस्टिस मिश्रा को NHRC का नया अध्यक्ष और उनके अलावा महेश मित्तल कुमार और डॉ. राजीव जैन को आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया था। इन्हें पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की सदस्यता वाले पैनल ने नियुक्त किया था।

बता दें कि पिछले साल दिसंबर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष पद खाली पड़ा था। दिसंबर में जस्टिस एचएल दत्तू इस पद से रिटायर हुए थे।

जाने अरुण मिश्रा का सफर?

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज रहे रिटायर्ड जस्टिस जस्टिस अरुण मिश्रा ने अपनी करियर की शुरुआत 1978 में वकालत की थी। वह 1998-99 में सबसे कम उम्र में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष चुने गए थे। न्यायाधीश के रूप में पहली बार अरुण कुमार मिश्रा को अक्टूबर 1999 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में नियुक्ति हुई थी। बाद में 7 जुलाई 2014 को सर्वोच्च न्यायालय में पद संभाला। सुप्रीम कोर्ट में पद ग्रहण करने से पहले उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था।