जानिए पूरी खबर : कब आएगा सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट और क्या होगा नंबर देने का आधार
कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने के बाद छात्रों को नंबर और ग्रेड देने का आधार क्या होगा। इसके लिए एक कमेटी सीबीएसई ने बनाई थी। इस कमेटी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है कि 12वीं के छात्रों को नंबर देने का आधार क्या होगा। सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट से 12वीं के रिजल्ट के लिए छात्र के 10वीं और 11वीं के नंबरों को 30-30 फीसदी और 12वीं के इंटरनल मार्क्स को 40 फीसदी आधार बनाने की जानकारी दी है।
सीबीएसई के मुताबिक, 10वीं के नंबर का 30 पर्सेंट लिया जाएगा। हालांकि इसके पांच विषयों में से 3 सबसे अच्छे विषयों के नंबर जोड़ा जाएगा। वहीं 11वीं के नंबर का 30 परसेंट और 12वीं के नंबर के 40 परसेंट के आधार पर नंबर आएंगे। लेकिन 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लिया जाएगा और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम, यूनिट, टर्म और प्रैक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा।
CBSE submitted before Supreme Court its evaluation criteria for awarding grades/marks for Class XII exams.
For class X & XI, marks in best of 3 from 5 papers in term exams will be considered. For Class XII, marks obtained in unit, term & practicals will be taken into account. pic.twitter.com/gowYPc7zEm
— ANI (@ANI) June 17, 2021
एजी केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ’बारहवीं कक्षा के लिए फाइनल अंक देने की बात है तो इसके लिए विभिन्न स्कूलों की नंबर देने के तरीके में अंतर को देखने के लिए एक मॉडरेशन कमेटी बनाई जाएगी। सीबीएसई के हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए परिणाम समिति गठित होगी, स्कूल के दो शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक मॉडरेशन कमेटी में होंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि स्कूल ने अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बता दिए हैं।’
कब आएगा रिजल्ट
बता दें कि सीबीएसई ने 12वीं के रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट से 31 जुलाई तक घोषित करने की जानकारी दी है। यह बताया गया है कि जो बच्चे परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे। उन्हें दोबारा परीक्षा देने के लिए एक गाइडलाइन बनाई जाएगी। और उन्हें परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते परीक्षाएं रद्द होने के बाद सीबीएसई ने 13 सदस्यीय एक समिति का गठन कर उसे रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। जिसमें छात्रों को नंबर कैसे दिए जाएं, ये बताया जाए।