पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने चुपके से इजरायल में भेजा था दूत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का एक पूर्व सहयोगी पिछले साल नवंबर में गुपचुप तरीके से इजरायल पहुंचा और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा मोसाद चीफ से बैठकें की थी। इजराइल की एक मीडिया रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। इस खुलासे से इमरान खान घिर गए हैं, जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कहा था कि जब तक फिलिस्तीन के लोगों को अधिकार नहीं मिल जाते, वह इजरायल से संबंध नहीं स्थापित करेंगे।
इजराइल के अखबार हायोम ने एक रिपोर्ट कहा है कि ब्रिटिश पाकिस्तानी कारोबारी सैयद जुल्फी बुखारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का संदेश लेकर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मिले थे और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का मैसेज इजराइल की खुफिया एजेंसी के चीफ योसी कोहेन को दिया था। बुखारी इस साल मई तक विदेश मामलों में इमरान खान के विशेष सलाहकार थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूके में रहने वाले बुखारी लंदन के लिए एक कनेक्टिंग फ्लाइट के जरिए इस्लामबाद से बेन गुरियन एयरपोर्ट पर नवंबर के पहले सप्ताह में पहुंचे। इसके बाद वह तेल अवीव पहुंचे और बैठकें की। पाकिस्तान इजरायल का संपर्क UAE की ओर से डाले गए दबाव का नतीजा था।
दिसंबर 2020 में न्यूजपेपर ने खबर दी थी कि एक बड़े मुस्लिम देश के वरिष्ठ सलाहकार ने इजरायल का दौरा किया है, जबकि दोनों देशों में कूटनीतिक रिश्ते नहीं हैं। उस समय अखबार ने यह नहीं बताया था कि वह मुस्लिम देश कौन सा है। सोमवार को इसने बताया कि वह देश पाकिस्तान है। इजरायल के सैन्य नियंत्रक से अनुमति मिलने के बाद यह खुलासा किया गया है।