राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कार्टूनिस्ट गौतम बेनेगल नहीं रहे, दिल का दौरा पड़ने से निधन
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, लेखक, पेंटर, कार्टूनिस्ट और एनिमेटिड फिल्ममेकर गौतम बेनेगल को दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया। उनकी उम्र 56 वर्ष की थी। गौतम बेनेगल के निधन की खबर उनके दोस्त कैजाद कोटवाल ने सोशल मीडिया के जरिए दी।
कैजाद लिखते हैं, ‘मैं गहरे सदमे में हूं। गौतम बंगाल नहीं रहे। कल ही हम एक दूसरे को मैसेज भेज रहे थे। भारत के लिए एक बड़ा दुख, खासतौर पर उनके आर्टिस्ट फैंस के लिए। मैं अभी भी इसपर विश्वास नहीं कर पा रहा हूं।’
उनका जन्म कोलकाता में 1965 में हुआ था। बचपन से ही इन्होने चित्रण बनाने शुरू कर दिए थे। जब वे 14 वर्ष के थे, तब उन्होंने अरुण डे की कविताओं की एक पुस्तक ‘गब्बस गब्बा’ का चित्रण किया। गौतम बेनेगल ने 16 साल की उम्र में बच्चों की मैगजीन ‘संदेश’ बनाई थी। इसके अलावा उन्होंने भारत के फिल्म प्रभाग के लिए फिल्में बनाईं और उनकी फिल्मों को तेहरान, बेलारूस, हिरोशिमा और काहिरा में फिल्म समारोहों के लिए भी नामांकित किया गया था। उन्हें 2010: द प्रिंस एंड द क्राउन ऑफ स्टोन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सोशल मीडिया पर ही उनके फैंस उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे है। एक प्रशंसक ने लिखा, ‘गौतम, मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि आप अब नहीं रहे। मैं आपके प्रेरणादायक पोस्ट पढ़ता था और वही मेरा दिन अच्छा बनाते थे। मैं उन्हें मिस करूंगा।’
अन्य एक प्रशंसक ने लिखा, ‘क्या शॉकिंग खबर है। मुझे भरोसा नहीं हो रहा। कई सालों से फेसबुक पर हम दोस्त रहे और अब वो नहीं रहा। एक अच्छा पेंटर, लेखक, फिल्ममेकर हमेशा के लिए चला गया।’