बाइडन के विदेश मंत्री का पहली बार भारत दौरा, अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात भी होगा अहम मुद्दा
अमेरिका में बाइडन सरकार के सत्ता संभालने के बाद उनके विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पहली बार आज से भारत की दो दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरे पर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, बातचीत का अहम मुद्दा अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात, हिंद-प्रशांत में संपर्कों को बढ़ावा देना और कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटना हो सकता है।
खबर के मुताबिक, दोनों पक्ष रक्षा के क्षेत्र में सहयोग को प्रगाढ़ करने के तरीके तलाशने के साथ साथ भारत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की मांग करेगा, ताकि छात्रों, पेशेवरों और कारोबारियों के लिए यात्रा नियमों में ढील मिल सके। भारत का अन्य मानवीय मामलों के साथ परिवारों को मिलाना सुनिश्चित करना भी अहम मुद्दा रहेगा।
भारत कोरोना वायरस टीके के उत्पादन में उपयोग होने वाली सामग्री की बिना रूकावट आपूर्ति करने का दबाव भी बनाने की कोशिश करेगा ताकि टीके की घरेलू उत्पादन क्षमता को बढ़ावा मिल सके। अपने दो दिवसीय यात्रा पर ब्लिंकन विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, ब्लिंकन की भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अफगानिस्तान में तेजी से तालिबान का दबदबा बढ़ रहा है और तालिबान भारतीयों को और उसकी संपत्ति को भी वहां नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके मद्देनजर अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात भी बातचीत होगी। अमेरिका के विदेश मंत्री के इस दौरे पर द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने की कोशिश होगी। इसमें व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, डिजिटल क्षेत्र, नवाचार और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों पर ज्यादा जोर दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि “विदेश मंत्री ब्लिंकन की यात्रा भारत के लिए बेहद अहम है और इस दौरान भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, कोविड से निपटने के तौर-तारीकों और वैश्विक विकास समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत को आगे बढ़ाने को उत्सुक है।”