केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में विशेष राजमार्गों और सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
केंद्रीय मंत्री, डॉ जितेंद्र सिंह ने एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड) के प्रबंध निदेशक, के. के. पाठक के साथ जम्मू-कश्मीर के राजमार्गों और सड़क परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की और उनसे कहा कि लंबित परियोजनाओं का काम युद्धस्तर पर करते हुए इन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
पाठक ने मंत्री को आश्वासन दिया कि वर्तमान में चल रही सभी परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा, हालांकि कोविड महामारी के कारण कुछ कार्य बाधित हुए हैं और उनके लिए समयसीमा को बढ़ाने की आवश्यकता है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लिए 1,08,621 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट आवंटित किया है, जो कि जम्मू-कश्मीर के लिए अब तक का सबसे ज्यादा और ऐतिहासिक बजट है। उन्होंने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण में सहायता मिलेगी, नौकरियां उत्पन्न होंगी और नए केंद्र शासित प्रदेश का चौतरफा विकास होगा। मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि 5 अगस्त, 2019 के बाद से प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव नजर आ रहा है, चाहे वह अधूरी परियोजनाओं से संबंधित हो, केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं का क्रियान्वयन हो, अवसंरचना का विकास हो या जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति हो।
श्री पाठक, एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक ने डॉ जितेंद्र सिंह को बताया कि 15,385 करोड़ रुपये से ज्यादा स्वीकृत लागत वाली 17 राजमार्ग परियोजनाओं में से अधिकांश परियोजनाओं पर काम सुचारू रूप से चल रहा है। स्वीकृत 17 परियोजनाओं में से 12 जम्मू क्षेत्र की हैंजबकि 5 परियोजनाएं कश्मीर क्षेत्र की हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि इन 12 परियोजनाओं में से 6 प्रमुख परियोजनाएं उनके लोकसभा क्षेत्र ऊधमपुर-कठुआ-डोडा में आती हैं। इनमें चेनानी-सुधमहादेव रोड, गोहा-खेलानी पैकेज 1 और 2, गोहा-खेलानी पैकेज 3 यानी खेलानी टनल और खेलानी-खानाबल पैकेज-2 शामिल हैं।
मंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में पूरी होने वाली 6 संभावित परियोजनाओं में से 5 जम्मू क्षेत्र से संबंधित हैं और यहां पर भी सुधमहादेव-दरंगा सुरंग पैकेज 1 और 2 उनके संसदीय क्षेत्र में आते हैं।
इससे पहले इस वर्ष मार्च महीने में डॉ जितेंद्र सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, (एमओआरटीएच) श्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी, जिससे कि प्रस्तावित चटर्जला सुरंग को सही समय पर पूरा किया जा सके, जो कि कठुआ जिला को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिला से जोड़ेगा और भद्रवाह और डोडा तक पहुंचने के लिए चटर्जला होते हुए बसोहली-बानी होते हुए नए राजमार्ग को रास्ता प्रदान करेगा। यह एक ऐतिहासिक लैंडमार्क परियोजना बनने जा रही है जो दो सुदूर क्षेत्रों को हर मौसम में वैकल्पिक सड़क संपर्क प्रदान करती है और डोडा से लखनपुर तक की यात्रा के समय में कमी लाते हुए उसे केवल चार घंटे के आसपास कर देती है।