BJP और RSS भाईचारे की भावना को तोड़ने की कर रही कोशिश: जम्मू में बोलें राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के दो दिवसीय जम्मू दौरे का आज दूसरा दिन है। अपने दौरे के पहले दिन राहुल गांधी पदयात्रा करते हुए श्री माता वैष्णो देवी के मंदिर में पहुंचे थे। वहीं अपने दौरे के दूसरे दिन यानि शुक्रवार को राहुल ने जम्मू के त्रिकुटा नगर में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने बीजेपी और RSS पर जमकर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने भाषण शुरू करने से पहले कार्यकर्ताओं से जय माता दी के नारे लगवाया। उसके बाद राहुल ने कहा कि मुझे यहां आकर खुशी भी हो रही है और दुख भी हो रहा है, दुख इसलिए क्योंकि आपके बीच जो भाईचारे की भावना है उसे बीजेपी और RSS के लोग तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और इससे आप लोग कमज़ोर हो रहे हैं इससे आपके अर्थव्यवस्था और व्यापार को चोट पहुंची है।
मुझे यहां आकर खुशी भी हो रही है और दुख भी हो रहा है, दुख इसलिए क्योंकि आपके बीच जो भाईचारे की भावना है उसे बीजेपी और RSS के लोग तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और इससे आप लोग कमज़ोर हो रहे हैं इससे आपके अर्थव्यवस्था और व्यापार को चोट पहुंची है: जम्मू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी pic.twitter.com/vfCNJjzxZY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2021
डर है भाजपा
राहुल गांधी ने हाथ चिह्न का मतलब बताते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि हाथ चिह्न का मतलब आर्शीवाद होता है, जबकि इसका मतलब आर्शीवाद नहीं होता है। इसका मतलब डरो मत होता है, सत्य बोलने से डरो मत इसलिए ये चिह्न कांग्रेस पार्टी का चिह्न है और बीजेपी सच्चाई से डरते हैं। BJP डर है।
#WATCH लोग कहते हैं कि हाथ चिह्न का मतलब आर्शीवाद होता है,इसका मतलब आर्शीवाद नहीं होता है जबकि इसका मतलब डरो मत होता है, सत्य बोलने से डरो मत इसलिए ये चिह्न कांग्रेस पार्टी का चिह्न है और बीजेपी सच्चाई से डरते हैं। BJP डर है: जम्मू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी #JammuAndKashmir pic.twitter.com/Jae6Jx9U7Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2021
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद से राहुल गांधी की जम्मू और कश्मीर में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले राहुल गांधी ने 9-10 अगस्त को कश्मीर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने श्रीनगर में पार्टी के नए कार्यालय का उद्घाटन किया था और पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत भी की थी। पहले दौरे के दौरान वे खीर भवानी मंदिर और हजरत दरगाह शरीफ भी गए थे।