बिहार: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को लिखा पत्र, रघुवंश प्रसाद और रामविलास पासवान के लिए की ये बड़ी मांग
बिहार ने पिछले साल अपने दो दिग्गज नेताओं को खोया। एक मनरेगा मैन और राजद के सम्मानित नेता रहे रघुवंश प्रसाद सिंह और दूसरे एलजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान। आगामी 12 सितंबर को रामविलास पासवान और 13 सितंबर को रघुवंश प्रसाद सिंह की पहली बरसी मनाई जा रही है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर रघुवंश प्रसाद सिंह और रामविलास पासवान की मूर्ति भी पटना में स्थापित कराने की मांग की है।
इसके साथ ही तेजस्वी ने दोनों दिवंगत नेताओं की जयंती अथवा पुण्यतिथि को राजकीय समारोह घोषित करने की भी मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व० डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह जी एवं स्व० रामविलास पासवान जी की राज्य में आदमकद प्रतिमा स्थापित करते हुए उनकी जयंती अथवा पुण्यतिथि को राजकीय समारोह घोषित करने की माँग को लेकर माननीय मुख्यमंत्री, बिहार को पत्र लिखा। pic.twitter.com/8ImM0TWvbK
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 11, 2021
तेजस्वी ने अपने पत्र में लिखा कि रघुवंश प्रसाद सिंह और रामविलास पासवान दोनों ही राज्य के महान विभूति होने के साथ-साथ प्रखर समाजवादी नेता थे। दोनों ही राजनेताओं ने अपने सामाजिक सरोकारों और सक्रिय राजनीतिक जीवन के माध्यम से बिहार राज्य की उल्लेखनीय सेवा की। दोनों बिहार के ऐसे सपूत रहे हैं जिनके व्यक्तित्व और कृतित्व से हम सभी बिहारवासी सदा ऋणी रहेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि महोदय आपको तो ज्ञात ही है निधन से कुछ दिन पहले रघुवंश प्रसाद ने आपको सम्बोधित पत्र के माध्यम से अपनी कुछ मांगें पूर्ण करने की इच्छा व्यक्त की थी। मुझे विश्वास है कि आप उन मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे होंगे। उनकी अंतिम इच्छाओं को सम्मान देते हुए उन्हें पूरा करना ही उनके प्रति हमलोगों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पत्र में तेजस्वी ने कहा कि इसी प्रकार रामविलास पासवान सामाजिक न्याय, समतावादी विकास और समाजवाद के प्रबल पक्षधर थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन वंचितों उपेक्षितों के सामाजिक उत्थान, संघर्ष, रक्षा और विकास के लिए समर्पित किया। वो बिहार के विकास के लिए सदैव संघर्षरत रहे। इसलिए आपसे मेरा अनुरोध है कि दोनों दिवंगत नेताओं की राज्य में आदमकद प्रतिमा स्थापित करते हुए उनकी जयंती और पुण्यतिथि को राजकीय समारोह घोषित किया जाए।