उपराष्ट्रपति नायडू ने पैरालंपिक खिलाड़ियों को किया सम्मानित

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भारतीय पैरालंपियनों के साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने तोक्यो खेलों में अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे देश में उत्साह भर दिया है।

तोक्यो पैरालंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए गुरुग्राम में आयोजित एक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने देश के लिए अब तक का सबसे अधिक पदक जीतने के लिए पूरे दल की सराहना की।

यह स्वीकार करते हुए कि ये उपलब्धियां आसान नहीं थीं, उन्होंने कहा कि पूरे देश को उन पर गर्व है।

नायडू ने कहा, ‘‘आपने कई बाधाओं को पार किया है, रूढ़ियों को ध्वस्त किया है।’’

उपराष्ट्रपति ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ मिलकर तोक्यो पैरालंपिक के 19 पदक विजेताओं और हरियाणा के प्रतिभागियों के बीच 27 करोड़ रुपये से अधिक के नकद पुरस्कार वितरित किए।

नायडू ने कहा, ‘‘तोक्यो पैरालंपिक 2020 के इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सम्मानित करने का अवसर पाकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि निशानेबाज मनीष नरवाल और भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल (दोनों स्वर्ण पदक विजेता) को छह-छह करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।

पुरुषों के चक्का फेंक में रजत पदक जीतने वाले योगेश कथुनिया और पुरुषों की निशानेबाजी में रजत पदक विजेता सिंहराज अधाना को चार-चार करोड़ रुपये दिए गए।

बयान में कहा गया है कि तीरंदाजी में कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह को 2.5 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।

देश में खेल संस्कृति बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति ने खेलों को युवाओं के लिए एक आकर्षक और व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप में विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने इस संबंध में कई नीतिगत पहल करने के लिए हरियाणा सरकार की सराहना की।

स्थानीय स्तर पर दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए खेल सुविधाओं की सामान्य कमी का संज्ञान लेते हुए, नायडू ने ऐसे और केंद्रों के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने स्थानीय स्तर पर दिव्यांग खिलाड़ियों की पहचान करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।