पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज ग्रहण करेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ; उपमुख्यमंत्री पर भी चर्चा आज
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज शपथ ग्रहण करेंगे और उनके साथ दो उपमुख्यमंत्री भी शपथ ले सकते हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पंजाब कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। अब नए सिरे से पंजाब कैबिनेट का गठन किया जाएगा। चन्नी पंजाब के पहले दलित 17वें मुख्यमंत्री होंगे।
सूत्रों के अनुसार पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री और वरिष्ठ नेता ब्रह्म मोहिंद्रा उपमुख्यमंत्री की सूचि में सबसे आगे है। प्रदेश की कमान सिख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री की कमान दलित के हाथो में देने के बाद ,एक हिंदू नेता के रूप में मोहिंद्रा की महत्वता बढ़ जाती है। क्योंकि पार्टी में हिंदू को भी महत्वता देनी है।
पहले मुख्यमंत्री बनने के लिए सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपना नाम शामिल किया था और अब वे उपमुख्यमंत्री की सूचि में शामिल हो गए है। मुख्यमंत्री पद में शामिल होने के लिए वह खुद को प्रबल दावेदार मान रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री न बनने के बाद अब उनकी कोशिश उपमुख्यमंत्री बनने की है। जबकि रंधावा ने पहले कहा था कि उन्हें किसी पद का लालच नहीं है।
सूत्रों के अनुसारउपमुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले कांग्रेस के अधिकारी हरीश रावत ने सुनील जाखड़ के सामने नई कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव रखा। जिसे जाखड़ ने ठुकरा दिया। जाखड़ के मना करने के बाद पार्टी के नेताओ में हलचल मच गई। क्योंकि, पार्टी को लगता था कि वह मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार है।
सूत्र बताते हैं कि हरीश रावत के बाद पार्टी हाईकमान की तरफ से भी जाखड़ को फोन किया गया और उनसे पंजाब कैबिनेट में आने के लिए कहा गया लेकिन वह तब भी नहीं माने। राहुल गांधी सुनील जाखड़ को नया मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुके थे लेकिन गांधी परिवार की सबसे करीबी अंबिका सोनी ने राहुल गांधी के साथ बैठक करके उन्हें पंजाब में किसी सिख चेहरे को ही मुख्यमंत्री बनाने के लिए कहा। जिसके चलते अंबिका सोनी और हरीश रावत ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई।
दरअसल, चन्नी का नाम उपमुख्यमंत्री के लिए चर्चा में था।लेकिन उनको उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला इतना प्रभावशाली था कि खुद चन्नी भी इससे अनजान थे। उनके नाम की घोषणा होने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैंने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के आयोजन में निष्ठा से सेवा निभाने की कोशिश की थी, लेकिन उस सेवा का फल इतना बड़ा मिलेगा, ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। यह सब बाबा नानक की कृपा है।’
हरीश रावत ने दैनिक जागरण को बताया – ‘हमारी आपसी भावना यह है कि दो उपमुख्यमंत्री होने चाहिए। जल्द ही हम मंत्रिपरिषद के नामों के साथ इस पर फैसला करेंगे। कुछ नामों पर चर्चा हुई है। यह सीएम का विशेषाधिकार है। पंजाब का नया मुख्यमंत्री चुनने का फैसला शनिवार को ही ले लिया गया था। हम केवल राज्यपाल से मिलने का इंतजार कर रहे थे। चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर पार्टी एकमत थी। हम कोशिश करेंगे कि अमरिंदर सिंह शपथ ग्रहण के समय मौजूद रहें, लेकिन यह उनके ऊपर है।’