लखीमपुर हिंसा में मारे गए चौथे किसान का देर रात दोबारा हुआ पोस्टमार्टम, तीन दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार
लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चौथे किसान गुरविंदर सिंह का घटना के तीन दिन बाद बुधवार की सुबह-सुबह अंतिम संस्कार हो गया। गुरविंदर के शव का मंगलवार की देर रात दोबारा पोस्टमार्टम किया गया। मृतक के परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग करते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था और किसान नेता राकेश सिंह टिकैत के दबाव के बाद देर रात गुरविंदर का पोस्टमार्टम दोबारा किया गया। इसके बाद बुधवार की सुबह परिवार के सदस्यों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
गुरविंदर सिंह के शव को दूसरी बार पोस्टमार्टम के लिए मंगलवार आधी रात के बाद पोस्टमार्टम हाउस बहराइच लाया गया। लखनऊ से हेलीकॉप्टर से बहराइच पहुंची पीजीआई चिकित्सकों की टीम ने वीडि
योग्राफी के बीच पोस्टमार्टम शुरू किया। इस दौरान वहां डीएम, एसपी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मटेरा से शव पहुंचने से पहले ही प्रशासन की ओर से पोस्टमार्टम की तैयारी पूरी कर ली गई थी। यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई। पूरा परिसर सील कर दिया गया था। परिसर में प्रशासनिक अफसर व अंदर डॉक्टरों की टीम मौजूद रही। मटेरा थाने के रघुनाथपुर के मजरे नवी नगर मोहरनिया निवासी सरदार गुरविंदर सिंह ज्ञानी का शव बहराइच पहुंचने पर एक्स रे के लिए मेडिकल कालेज ले जाया गया
एक्स रे के ठीक बाद लखनऊ व बहराइच के डॉक्टरों की टीम ने मृतक का पोस्टमार्टम शुरू किया। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मोहरनिया व अन्य जगहों से आए लोग भारी संख्या में मौजूद रहे। रात 1.45 बजे तक पोस्टमार्टम जारी रहा इस दौरान कोई जिम्मेदार अफसर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर नहीं आया था। सुबह, जब गुरविंदर का अंतिम संस्कार किया गया उस दौरान भी प्रशासन काफी सतर्क नज़र आया। सुरक्षा को मध्यनजर रखते हुए मौके पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में हुई हिंसा में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। प्रशासन के काफी समझाने-बुझाने के बाद किसानों के परिवारवाले उनके पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए थे। सोमवार को चारों किसानों का पोस्टमार्टम किया गया जिसके बाद तीन किसानों का अंतिम संस्कार मंगलवार को ही कर दिया गया था मगर गुरविंदर सिंह (उम्र 22 वर्ष) के परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग करते हुए अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था।