दिल्लीवासियों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है, मुख्यमंत्री ने पीएम को लिखा पत्र
राजधानी दिल्ली में आने वाले समय में लोगों को बिजली संकट की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली संकट के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी मंशा है कि आने वाले समय में लोगों को बिजली कटौती की दिक्कत न हो।
दिल्लीवासियों को बिजली की परेशानियां न हो इससे बचने के उनकी सरकार की ओर से भी इस समस्या के हल निकाले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि दादरी एनटीपीसी और झज्जर टीपीएस में अन्य प्लांटों से कोयले की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए क्योंकि इन्हीं दोनों प्लांट के जरिए दिल्ली में बिजली सप्लाई होती है। मुख्यमंत्री ने कोयले की कमी को देखते हुए भविष्य में आने वाले बिजली संकट को लेकर प्रधानमंत्री से मदद की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बिजली संकट होने से स्वास्थ्य सेवाएं पर असर पड़ेगी। दिल्ली में चलने वाले वैक्सीनेशन अभियान, हेल्थ सेंटर, अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका उल्टा असर पड़ेगा। बिजली की सप्लाई में दिक्कत होने से लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि दिल्ली में हाल ही में केजरीवाल सरकार ने पॉल्युशन कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का फैसला लिया है। तो इसलिए भी दिल्ली को बिजली की ज्यादा से ज्यादा जरूरत पड़ेगी। बहरहाल दिल्ली को जल्द ही इलेक्टिक बसों का पहला बेड़ा मिलने की संभावना है। इन बसों के लिए नए डिपो भी लगभग तैयार हो चुके हैं। इनमें लगभग 90 फीसद काम पूरा भी हो चुका है। इस साल 26 मार्च को दिल्ली कैबिनेट ने डीटीसी द्वारा 300 लो-फ्लोर इलेक्टिक AC बसों की खरीदने की अनुमति दे दी थी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण इलेक्टिक बसों की डिलीवरी और एक महीने से अधिक समय तक बस डिपो पर चार्जिंग स्टेशनों का काम को प्रभावित किया है। बसों का रोल आउट बहुत जल्द शुरू होने की आशंका है।