भुखमरी जैसे हालत से जूझ रहा उत्तर कोरिया, UN रिपोर्ट्स में हुआ खुलासा
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के रिपोर्ट्स की माने तो उत्तर कोरिया गंभीर भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। आयोग ने चेतावनी देते हुए कहा कि किम जोंग उन द्वारा कोरोना से लड़ने के लिए लगाए गए पाबंदियों के कारण उत्तर कोरिया के हालात और खराब हुए हैं। अर्थव्यवस्था बर्बाद होने की वजह से बड़ी संख्या में मजदूर तबके के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों को कम करने की दरख्वास्त की गई है।
जनवरी 2020 से बंद है उत्तर कोरिया का बॉर्डर
उत्तर कोरिया ने 2020 की शुरुआत में देश को कोरोना महामारी के संकट से बचााने के लिए अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया था। ऐसे में उसके प्रमुख देशो जैसे की चीन के साथ व्यापार बहुत कम हो गया है। उत्तर कोरिया के कारखानों में न तो कच्चा माल है और न ही बनाए गए माल का निर्यात किया जा रहा है। ऐसे में सभी कंपनियों ने अपने घाटे को कम करने के लिए या तो बंद कर दिया हैं या फिर बहुत की कम संसाधनों में काम चला रही हैं।
किम जोंग ने खुद स्वीकारा खाद्य संकट
इसी साल जून के महीने में उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया KCTV ने खुद ये बात स्वीकारा है कि उत्तर कोरिया एक गंभीर खाद्य संकट से गुजर रहा है। उसी महीने देश के तानाशाह किम जोंग उन ने भी स्वीकारा था कि देश में भोजन की स्थिति लगातार तनावपूर्ण होते जा रही है। किम ने देश के लोगों से कृषि उत्पादन बढ़ाने की भी अपील की थी।
यूएन ने स्थिति और बिगड़ने की चेतावनी दी
मानवाधिकारों पर यूएन के विशेष अधिकारी टॉमस ओजेआ क्विंटाना ने अपने एक रिपोर्ट में कहा है कि सामान्य उत्तर कोरियाई निवासी अपना जीवन जीने के लिए दिन-प्रतिदिन संघर्ष कर रहे हैं। टॉमस ने उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि लगातार बिगड़ती मानवीय स्थिति गंभीर संकट में बदल सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थिति में उत्तर कोरिया के सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबंधों में छूट दी जानी चाहिए।
उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों में छूट देने की अपील
टॉमस ने कहा कि भुखमरी का खतरा सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गों को है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों की समीक्षा करनी चाहिए और मानवीय और जीवनरक्षक सहायता को सुविधाजनक बनाने के लिए जरुरत होने पर उनमें ढील दी जानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के अनुसार उत्तर कोरिया इस वर्ष लगभग 860,000 टन भोजन की कमी का सामना कर रहा है।
उत्तर कोरिया के तक़रीबन सभी क्षेत्रों से हाल में ही भुखमरी की खबरें आई हैं। इन इलाकों में उद्योग और कृषि कार्य ईंधन और स्पेयर पार्ट्स की कमी से बंद हो गए हैं। इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया में चोरी की घटनाये भी सामने आ रही हैं। बड़ी बात यह है कि इन घटनाओ में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की भी जानकारी मिली है। इस वजह से स्थानीय निवासी और अधिक हताश होते जा रहे हैं।