भारत के प्रमुख नदी बंदरगाह के रूप में डिब्रूगढ़ का खोया हुआ गौरव हम वापस लाएंगे: सोनोवाल
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ स्थित बोगीबील पुल के पास प्रस्तावित कार्गो टर्मिनल, पर्यटक घाट और रिवर फ्रंट विकास परियोजनाओं के लिए स्थल का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने कार्यों का तेजी से क्रियान्वयन शुरू करने के लिए संबंधित हितधारकों के साथ एक बैठक भी की।
औपनिवेशिक काल में एक प्रमुख नदी बंदरगाह के रूप मेंडिब्रूगढ़ भारत के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डिब्रूगढ़ को फिर से देश का एक प्रमुख नदी बंदरगाह बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा,“प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जलमार्ग संख्या 2 (ब्रह्मपुत्र) और जलमार्ग संख्या 16 (बराक) को विकसित किए जाने के अवसर देने के बाद बांग्लादेश के साथ संपर्क होने से इसका लाभ मिल रहा है और ये हमें विश्व के बाजारों तक पहुंचने का मार्ग दे रहे हैं। इसे देखते हुए हम असम के विभिन्न हिस्सों में एमएमएलपी स्थापित कर रहे हैं और नदी पत्तनों का विकास कर रहे हैं।डिब्रूगढ़ में, कार्गो और यात्रियों के लिए एक पत्तन बनाया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय, असम सरकार का अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग व उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे मिलकर बोगीबील पुल के पास के क्षेत्र को विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की एक्ट ईस्ट नीति ने पूर्वोत्तर को एक संपर्क केंद्र में बदल दिया है। प्रधानमंत्री गतिशक्ति – नेशनल मास्टर प्लान के नेतृत्व में, ब्रह्मपुत्र नदी पर कार्गो की आवाजाही को तेज करने के लिए एक एकीकृत योजना की परिकल्पना की जा रही है। यह रोजगार के रास्ते खोलेगा और स्थानीय उत्पादों के लिए वैश्विक बाजार तक पहुंच प्रदान करेगा।”
उन्होंने बताया कि बेहतर संपर्क कैसे लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला रहा है, इस क्षेत्र के युवाओं और व्यवसायों को घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचने के लिए, लोकल फॉर ग्लोबल की सोच को साकार कर रहा है।