भारत, अमेरिका ने रक्षा प्रौद्योगिकी में सहयोग को विस्तार देने का लिया संकल्प
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के बीच 11वीं रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल (डीटीटीआई) समूह की बैठक वर्चुअली आयोजित की गई।
बैठक की सह-अध्यक्षता, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव (रक्षा उत्पादन) राज कुमार और अमेरिकी रक्षा विभाग से अवर रक्षा सचिव, अधिग्रहण और धारणीयता, पीटीडीओ (कर्तव्यों का निर्वहन) ग्रेगरी कौसनर ने की।
डीटीटीआई समूह की बैठकें आम तौर पर भारत और अमेरिका के बीच बारी-बारी से साल में दो बार आयोजित की जाती है। हालांकि, यह डीटीटीआई बैठक कोविड-19 महामारी के कारण लगातार दूसरी बार वीडियो टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई थी।
डीटीटीआई समूह का उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा व्यापार संबंधों में निरंतर नेतृत्व पर ध्यान केंद्रित करना और रक्षा उपकरणों के सह-उत्पादन और सह-विकास के लिए अवसर पैदा करना है। डीटीटीआई के तहत थल, नौसेना, वायु और विमान वाहक प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित चार संयुक्त कार्य समूहों की स्थापना की गई है ताकि उनके डोमेन के भीतर परस्पर सहमत परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जा सके।
समूह ने सह-अध्यक्षों को चल रही गतिविधियों और सहयोगी अवसरों पर सूचना दी, जिसमें प्राथमिकता पर पूरा करने के लिए लक्षित कई निकट अवधि की परियोजनाएं शामिल हैं।
डीटीटीआई की सफलता का प्रदर्शन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में, सह-अध्यक्षों ने एक संशोधित आशय के वक्तव्य (एसओआई) पर सहमति व्यक्त की, जो कई विशिष्ट डीटीटीआई परियोजनाएं पर विस्तृत योजना बनाकर और तेजी से प्रगति करके “रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग पर हमारे संवाद को मजबूत करने के लिए” उनके इरादे की घोषणा करता है।
सह-अध्यक्षों को यह जानकर भी प्रसन्नता हुई कि सितंबर 2020 में डीटीटीआई समूह की पिछली बैठक के बाद से, संयुक्त कार्य समूह एयर सिस्टम के तहत मानव रहित हवाई वाहन के लिए परियोजना समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह डीटीटीआई के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
डीटीटीआई समूह के तहत विशिष्ट प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए अमेरिकी और भारतीय उद्योगों को और प्रोत्साहित करने के लिए, रक्षा उद्योग सहयोग मंच (डीआईसीएफ) वर्चुअल एक्सपो 8 नवंबर, 2021 को आयोजित किया गया था।
डीआईसीएफ का आयोजन संयुक्त सचिव (रक्षा उद्योग संवर्धन) अनुराग बाजपेयी और औद्योगिक नीति के लिए उप सहायक रक्षा सचिव और जेसी सालाजार ने किया था। यह मंच भारतीय और अमेरिकी उद्योगों को सीधे डीटीटीआई में शामिल होने का अवसर प्रदान करता है और औद्योगिक सहयोग को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर सरकार और उद्योग के बीच संवाद की सुविधा प्रदान करता है। चर्चा के परिणामों के बारे में डीटीटीआई समूह के सह-अध्यक्षों को जानकारी दी गई।