शहीद किसानों के परिवारों को मिले न्याय: प्रियंका गांधी
कल राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों के तीनों नए कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है। इस फैसले को लेकर आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा है।
प्रियंका ने मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। इसके साथ ही प्रियंका ने सरकार से ये मांग भी की है कि अब यूपी के लखीमपुर खीरी में गाड़ी के नीचे कुचलकर मरने वाले किसानों के परिवारों को भी न्याय मिलना चाहिए।
आपको बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका गांधी ने मांग कर कहा, ”लखीमपुर खीरी में किसानों के कुचलने का आरोप गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर लगा है। लेकिन बीजेपी सरकार आरोपी को बचाने की कोशिश में जुटी है. अगर आप (पीएम मोदी) आरोपियों के साथ मंच साझा करते हैं तो सीधा संदेश जाएगा कि आप किसानों को कुचलने वाले लोगों को संरक्षण दे रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”यह 700 से ज्यादा शहीद किसानों का अपमान होगा।” साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रियंका ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद देने की भी मांग की है।
आगे प्रियंका ने ये भी कहा कि, ”अगर किसानों के प्रति आपकी नीयत साफ है तो आज लखनऊ में पुलिस महानिदेशक सम्मेलन में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के साथ विराजमान मत होना।”
उन्होंने कहा, ”हम मांग करते हैं कि पीड़ित परिवारों को न्याय देने के लिए आप गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें।” प्रियंका ने मांग की कि सरकार सभी किसानों के खिलाफ चल रहे मुकदमे वापस ले और पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद दे।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कल बीते शुक्रवार को घोषणा कर सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला लिया है, जिसके कारण किसान पिछले एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अब घर लौटने की अपील की है।
साथ ही ये भी बताते चलें कि गुरु नानक जयंती के पावन अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्र को दिए संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये कानून किसानों के फायदे के लिए थे लेकिन वह जनता से क्षमा चाहते हैं कि सरकार किसानों के एक वर्ग को राजी नहीं कर सकी।