आखिर क्यों 10 जनवरी का दिन इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता हैं ?
आज के दौर में इतिहास के बारे में जानना बेहद जरुरी है, जिसके बारे में आप सभी ने अपनी कक्षा में जरुर पढ़ा होगा। आज ऐसे ही रोचक तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे।
साल 1839 में आज ही के दिन भारतीय चाय इंग्लैंड पहुँची थी।
लंदन में विश्व की पहली भूमिगत रेल सेवा 10 जनवरी 1863 में शुरू हुई थी, जिससे लंदनवासियो को काफी राहत मिली थी।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान रूस ने ओटोमन साम्राज्य को 1916 में हराया था।
वार्सा संधि के आधिकारिक तौर पर प्रभाव में आने से 1920 में प्रथम विश्व युद्ध आज ही के दिन समाप्त हुआ था।
1946 में लंदन में संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली बैठक में 51 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
ब्रिटिश नरेश जार्ज पंचम और रानी मैरी ने 1912 में 10 जनवरी को भारत छोड़ा था।
वहीं हिन्दी को देश-दुनिया तक पहचान दिलाने के लिए 10 जनवरी 1975 को पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन नागपुर में आयोजित किया गया था, जिसे हिन्दी दिवस के रुप में भी मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2006 से 10 जनवरी को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी।
1616 में आज ही के दिन ब्रिटिश राजदूत सर थॉमस रो ने अजमेर में जहांगीर से मुलाकात की थी।
साल 1916 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान रूस ने ओटोमन साम्राज्य को हराया था।
प्रोफेसर मधुसूदन गुप्ता ने 1836 में पहली बार मानव शरीर की आंतरिक संरचना का अध्ययन किया था।
आज ही के दिन भारत सरकार ने 1963 में ‘स्वर्ण नियंत्रण योजना’ की शुरुआत की। जिसके तहत 14 कैरेट से अधिक के गहनों पर पाबंदी लगा दी गई थी।
1963 में स्वीज़रलैंड के टाइट्स और सोलवेल नाम के दो व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक घड़ी बनाने में सफल हुए थे, इस घड़ी में चाबी भरने की आवश्कता नहीं होती थी।
पाकिस्तान में जेल में नौ महीने से ज्यादा समय तक कैद रहने के बाद 1972 में शेख मुजीबुर रहमान राष्ट्रपति के रूप में स्वतंत्र राष्ट्र बने बांगलादेश पहुंचे थे ।
प्रसिद्ध कवि और लेखक पी. लक्ष्मीकांत का साल 1894 में आज ही के दिन जन्म हुआ था।
अपने डांस से लोगो के दिलो पर राज करने वाले भारतीय अभिनेता ऋतिक रोशन का 1974 में जन्म हुआ था।
1908 में हिन्दी के निबन्धकार और साहित्यकार पद्मनारायण राय का जन्म हुआ था।
Written by Nisha Jha