NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
43 साल जेल में रहे केविन, बरी होने पर 20 हजार लोगों ने जुटाए 11 करोड़ रुपये

देर से ही सही, मगर न्याय मिला। अमेरिका में मिसौरी की जेल में कैद केविन स्ट्रिकलैंड बीते हफ्ते बरी हो गए। उन्हें उन तीन लोगों की हत्या के जुर्म के लिए सजा सुनाई गई थी, जो हत्या उन्होंने की ही नहीं थी। बिना किसी अपराध के ही उनका 40 साल से ज्यादा वक़्त जेल में गुजर गया। अब जब वह जेल से बरी हुए है तो अनजान लोगों ने उनकी आर्थिक मदद के लिए ऑनलाइन अभियान चलाया है, ताकि वह समाज में दोबारा सम्मानपूर्वक अपनी जिंदगी गुजरा कर सकें। करीब 20 हजार लोग मिलकर उनके लिए अब तक 14.5 लाख डॉलर की धनराशि (करीब 10.7 करोड़ रुपए) जुटा चुके हैं।

अपीलीय अदालत ने बीते हफ्ते रिहाई का आदेश दिया। अदालत ने पाया कि स्ट्रिकलैंड को दोषी ठहराने के लिए सबूत काफी नही थे। फैसला बदल जाने के बावजूद केविन को मुआवजा नही मिल सका।

स्ट्रिकलैंड पहले से ये कहते आए हैं कि 1978 में हुई उन हत्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं था। घटना के समय वह अपने घर पर टीवी देख रहे थे। कई सालो तक उस गोलीबारी में बचने वाली मुख्य गवाह ने अपनी गवाही को टालने की कोशिश की। स्ट्रिकलैंड ने बरी होने पर कहा कि वह ईश्वर के शुक्रगुजार हैं।

पहचान का कोई दस्तावेज नहीं बचा
केविन के बरी होने पर मिडवेस्ट इनोसेंस प्रोजेक्ट के रोजो बुशनेल ने चंदा जुटाने के लिए अभियान चलाया है। उनका कहना है कि केविन के पास न तो बैंक खाता है और न ही कोई सरकारी दस्तावेज। फिलहाल केविन अपने भाई के घर रह रहे हैं और जल्द ही उन्हें राशि मिल जाएगी।