सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार से पूछे तीखे सवाल, कहा- “बच्चों के लिए…”

भारत की राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों को बंद किए गया था जो की अब फिर से खोल दिए गए हैं। स्कूल खुलने के बाद कई जगहों पर बच्चे स्मॉग के बीच स्कूल जाते दिखाई दे रहे है। बढ़ रहे पॉल्यूशन के बीच बच्चों के स्कूल खोले जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई है।

दरअसल शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर के बीच स्कूल खोलने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। SC ने दिल्ली सरकार से पूछा, जब सरकार ने वयस्कों के लिए वर्क फ्रॉम होम लागू किया तो बच्चों को स्कूल जाने पर क्यों मजबूर किया जा रहा है?

सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए आगे कहा, “आपने हमें कहा था कि स्कूल बंद हैं. लेकिन छोटे बच्चे स्कूल जा रहे हैं। बड़े वर्क फ्रॉम होम करें और बच्चे स्कूल जाएं? आप कोर्ट में कुछ कहते हैं और सच कुछ और होता है। ऐसे में तो हमें दिल्ली सरकार पर निगरानी के लिए किसी को नियुक्त करना पड़ेगा।”

वहीं याचिकाकर्ता के वकील विकास सिंह ने कहा कि हम टास्क फोर्स बनाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर भी रोक लगनी चाहिए। यह परियोजना लोगों के स्वास्थ्य से अहम नहीं है। अगर नियमों के पालन की दलील मान लें तो बाकी बिल्डर को भी इस आधार पर अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंनें कहा कि एक स्वतंत्र फ्लाइंग स्क्वाड का गठन किया जाना चाहिए जो धूल, पुरानी गाड़ी वगैरह पर कार्रवाई करे।

साथ ही जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि मैंने रास्ते में देखा कि सरकार की तरफ से कुछ लोग प्रदूषण पर नियंत्रण के बैनर लिए सड़क पर खड़े हैं। तभी हम कहते हैं आप सिर्फ लोकप्रिय होने वाले नारे लगाते हैं। उन्होंने कहा कि हम कोई विपक्ष के नेता नहीं हैं. हमारा उद्देश्य प्रदूषण पर नियंत्रण है। लेकिन केजरीवाल सरकार सिर्फ बातें करते है।