सिंघु बॉर्डर पर घमासान, स्थानीय लोगों और किसानों के बीच जमकर हुई पत्थरबाज़ी
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें किसानों को सिंघु बॉर्डर पर जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहाँ किसान केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदशन कर रहे हैं, वहीँ स्थानीय लोगों ने किसानों के खिलाफ प्रदर्शन की शुरुआत की है। स्थानीय प्रदर्शनकारियों का मानना है कि जिस तरह से 26 जनवरी के दिन भारतीय तिरंगे का अपमान हुआ, उससे वे लोग आहत है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि सिंघु बॉर्डर पर को खाली कर दिया जाए।
शुक्रवार सुबह से ही स्थानीय प्रदर्शनकारी, सिंघू बॉर्डर पहुँच गए थे। वहाँ इनलोगों ने ‘तिरंगे का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान’ जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए।
मामला तब बिगड़ गया जब दोनों तरफ से नारे लगने शुरू हुए। प्रतिरोध बढ़ने के साथ ही दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाज़ी भी हुई। हालाँकि, पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लेकर दोनों गुटों को अलग – थलग कर दिया।
#WATCH: Scuffle breaks out at Singhu border where farmers are protesting against #FarmLaws.
Group of people claiming to be locals have been protesting at the site demanding that the area be vacated. pic.twitter.com/XWBu9RlwLP
— ANI (@ANI) January 29, 2021
गौरतलब है कि कल यानी गुरूवार को भी स्थानीय लोग किसानों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सिंघु बॉर्डर पहुँच गए थे। ये खुद को हिन्दू सेना का सदस्य बता रहे थे। हालांकि कल पुलिस ने इनको वहां से खदेड़ दिया था। उसके बाद गाजीपुर में भी स्थानीय लोग किसानों के धरने के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे थे। हालांकि मौके पर पुलिस बल मौजूद थी, उन्होंने स्थानीय लोगों को किसानों के पास पहुँचने नहीं दिया।
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