सीसीआई ने स्टर्लिंग और विल्सन अक्षय ऊर्जा में रिलायंस आर्म की हिस्सेदारी को ठीक किया
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड द्वारा स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड में शेयरधारिता के अधिग्रहण को मंजूरी दी।
प्रस्तावित संयोजन में रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (आरएनईएसएल) द्वारा स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (पहले स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर लिमिटेड के रूप में जाना जाता था) (एसडब्ल्यूआरईएल) की इक्विटी शेयर पूंजी के 40 प्रतिशत के अधिग्रहण की परिकल्पना की गई है। हालांकि, ओपन ऑफर की पूर्ण स्वीकृति की स्थिति में यह अधिग्रहण एसडब्ल्यूआरईएल की इक्विटी शेयर पूंजी के 51.07 प्रतिशत तक जा सकता है।
आरएनईएसएल, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जोकि आरआईएल समूह (आरआईएल समूह) से संबंधित संस्थाओं के लिए अंतिम होल्डिंग कंपनी है।
आरएनईएसएल एक नई निगमित इकाई है और यह भारत में किसी भी उत्पाद या सेवाओं की पेशकश नहीं करती है। आरआईएल समूह की उपस्थिति हाइड्रोकार्बन के अन्वेषण एवं उत्पादन, पेट्रोलियम के शोधन एवं विपणन, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा एवं डिजिटल सेवा जैसे क्षेत्रों में है।
एसडब्ल्यूआरईएल को भारत और वैश्विक स्तर पर 25 से अधिक देशों में विशुद्ध रूप से सोलर इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) सॉल्यूशन के एक वैश्विक प्रदाता के तौर पर जाना जाता है। भारत में, एसडब्ल्यूआरईएल सोलर ईपीसी सॉल्यूशन और तीसरे पक्ष द्वारा निर्मित परियोजनाओं समेत संचालन एवं रखरखाव से जुड़ी सेवाओं में संलग्न है। सीसीआई का विस्तृत आदेश जल्द ही आयेगा।