चीनी कंपनियों को नेपाल ने किया ब्लैकलिस्ट, एयरपोर्ट डेवलपमेंट में धोखाधड़ी का आरोप
चीनी टॉप कंपनियों को एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने अखंडता नियमों का उल्लंघन करने की वजह से ब्लैकलिस्ट कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन कंपनियों को नेपाल के प्रमुख हवाई अड्डे के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट से भी हटाया जायेगा। इन प्रोजेक्ट्स को ADB ने फंड किया हुआ है, ऐसे में ये कंपनियां नेपाल में भी ब्लैक लिस्ट हो गई हैं।
काठमांडू पोस्ट की एक रिपोर्ट मुताबिक ADB के भ्रष्टाचार और अखंडता ऑफिस ने कई अपराधों के लिए तीन सरकार समर्थित चीनी कंपनियां- चीन सीएमसी इंजीनियरिंग कंपनी, नॉर्थवेस्ट सिविल एविएशन एयरपोर्ट कंस्ट्रक्शन ग्रुप और चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि बांग्लादेश सरकार ने 2018 में ही चाइना हार्बर को ब्लैकलिस्ट कर दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक करीब दो दर्जन फर्मों ने काठमांडू में 10 अरब रूपये की बोली लगाकर काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की बाजी जीती थी। इसमें से सिर्फ चार कंपनी ने सारे डॉक्यूमेंट्स जमा किए थे। चीन सीएमसी इंजीनियरिंग कंपनी, जो मौजूदा वक्त में पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कर रही है को अप्रैल 2022 तक ADB की प्रतिबंध सूची में रखा गया है। चीन सीएमसी इंजीनियरिंग ने मई 2014 में पोखरा हवाईअड्डा प्रोजेक्ट का बिड जीता था और जुलाई 2017 में काम शुरू किया था।
एक टॉप अधिकारी के हवाले से काठमांडू पोस्ट ने कहा है कि भैरहवा में गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर काम कर रहे नॉर्थवेस्ट सिविल एविएशन एयरपोर्ट कंस्ट्रक्शन ग्रुप को एक ओपन-एंडेड प्रतिबंध लिस्ट में रखा गया है। आसान भाषा में बोले तो मंजूरी जारी करने की कोई तारीख नहीं दी गई है। अधिकारी ने कहा कि 2015 में हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान धोखाधड़ी करने की वजह से नॉर्थवेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।
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