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देश के 30 से अधिक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के 700 से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों ने नई दिल्ली में “हुनर हाट” के 35 वें संस्करण में हिस्सा लिया

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में “वोकल फॉर लोकल” और “स्वदेशी से स्वावलंबन” की थीम के साथ आयोजित किए जा रहे “हुनर हाट” के 35 वें संस्करण में देश के 30 से अधिक राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के 700 से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों ने हिस्सा लिया।

“हुनर हाट” में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, श्री नकवी ने कहा कि असम, आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, नागालैंड, मेघालय, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, चंडीगढ़, हरियाणा सहित 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उत्तम और सुरुचिपूर्ण स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद इस “हुनर हाट” में उपलब्ध थे।

नकवी ने कहा कि “बावर्चीखाना” में उपलब्ध देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक व्यंजनों के अलावा, आगंतुकों ने विश्वकर्मा वाटिका, पारंपरिक सर्कस और देश के प्रसिद्ध कलाकारों के विभिन्न सांस्कृतिक तथा संगीत कार्यक्रमों का भी आनंद लिया।

उन्होंने कहा कि लोगों ने अपने स्वदेशी उत्पादों की बड़े पैमाने पर खरीदारी कर दस्तकारों और शिल्पकारों को प्रोत्साहित किया है।

मंत्री ने कहा कि “हुनर हाट” कला और शिल्प की भारतीय विरासत का “संरक्षण, सुरक्षा और संवर्धन का एक आदर्श मंच” है। “हुनर हाट” “3 वी” – “विश्वकर्मा विरासत का विकास” का “शक्तिशाली और उचित मंच” सिद्ध हुआ है। सरकार ने न केवल देश की कला और शिल्प कौशल की विरासत की रक्षा की है, बल्कि इसने स्वदेशी उत्पादों को नई ऊर्जा और बाजार तथा अवसर भी प्रदान किए हैं।

नकवी ने कहा कि पिछले लगभग 6 वर्षों में “हुनर हाट” के माध्यम से 7 लाख 50 हजार से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक महिला कारीगर शामिल हैं।

नकवी ने कहा कि “हुनर हाट” में स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त तथा आवश्यक व्यवस्था की गई है। “हुनर हाट” में प्रवेश के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया था और आगंतुकों को मुफ्त में मास्क भी प्रदान किए गए थे। “हुनर हाट” के पूरे परिसर में स्वच्छता, सफाई और सुरक्षा बनाए रखने के लिए 350 से अधिक सफाई कर्मचारी और 200 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।

आयोजन स्थल के पास एक अलग पार्किंग स्थल की व्यवस्था की गई थी जिसे 50 लोगों की एक टीम द्वारा प्रबंधित किया गया था। हुनर हाट के विश्वकर्मा वाटिका, मेरा गांव मेरा देश और बावर्चीखाना खंडों के प्रबंधन में कुल 40 लोगों की तीन टीमें लगी हुई थीं। सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरों से भी लगातार निगरानी की जा रही थी। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए सभी उपाय किए गए हैं। पूरे “हुनर हाट” स्थल को दिन में 5 बार सैनिटाइज किया जा रहा था।

नकवी ने कहा कि देश के पास कोरोना चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त सुविधाएं और संसाधन हैं। उन्होंने कहा, घबराने की बजाय हमें सावधानी और बचाव के उपायों पर ध्यान देना चाहिए। मंत्री महोदय ने घोषणा की कि “हुनर हाट” में बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए 31.12.2021 की दोपहर से 35वें “हुनर हाट” का समापन करने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले यह “हुनर हाट” 5 जनवरी 2022 को समाप्त होने वाला था।

“हुनर हाट” का आयोजन मैसूर, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुडुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला और अन्य जगहों पर भी आने वाले दिनों में किया जाएगा।