महाराष्ट्र: केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटील दानवे ने किसान रेल सेवा को हरी झंडी दिखाई
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने रविवार को जालना से किसान रेल सेवा तथा नए डिब्बों और संशोधित समय के साथ नांदेड़-हडपसर एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर रावसाहेब पाटील दानवे ने कहा कि नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस के समय में संशोधन किया गया है ताकि मराठवाडा क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधाजनक गाडी समय प्रदान किया जा सके. नए एलएचबी कोच आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेंगे जैसे संवर्धित सुरक्षा के लिए सीसीटीवीएस, गाडी चालन समय की जानकारी प्रदान करने के लिए गाडी सूचना प्रणाली आदि. साथ ही, किसान रेल को आज झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो किसान समुदाय को उनके कृषि उपज जैसे फल, सब्जियां आदि का 50% परिवहन रियायत के साथ परिवहन के लिए देश के बड़े बाजारों के साथ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, आत्मानिर्भर भारत के बारे में सपने देखते हैं और भारतीय रेलवे इसे साकार करने के लिए तैयार है। भारतीय रेलवे ने मनमाड-औरंगाबाद सेक्शन के दोहरीकरण का सर्वेक्षण कार्य 1000 करोड़ रु. के व्यय से आरंभ किया है। अगले चरण में औरंगाबाद से जालना और उसके आगे तक रेलपथ दोहरीकरण का कार्य शीघ्र ही आरंभ किया जाएगा। जालना रेलवे स्टेशन पर 100 करोड़ रु. की लागत से पिट लाइन बनाने का प्रस्ताव सक्रिय रूप से विचाराधीन है।
ए.के जैन, अपर महाप्रबंधक, दक्षिण मध्य रेलवे ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि जोन मराठावाडा क्षेत्र में माल और पार्सल परिवहन पर विशेष ध्यान देने के साथ, अवसरंचना और रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मराठवाड़ा क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए सुविधाजनक मार्गस्थ समय वाली यह नई एक्सप्रेस गाडी शैक्षणिक केंद्र और औद्योगिक केंद्र पुणे (हडपसर पुणे का उपनगर होने के कारण) से जोड़ती है। साथ ही, जालना से चली पहली किसान रेल राष्ट्रीय बाजार में अपने कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने में विधिवत मदद करते हुए कृषक समुदाय के लिए एक उल्लेखनीय परिवर्तन लाएगी।
नए कोचों और संशोधित समय के साथ नांदेड़-हडपसर एक्सप्रेस की मुख्य विशेषताएं हैं:
> यह गाडी मराठवाड़ा क्षेत्र और महाराष्ट्र राज्य में औद्योगिक और शैक्षणिक केंद्र पुणे के बीच, सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करती है और मराठवाड़ा क्षेत्र के सभी यात्रियों के लिए सुविधाजनक गाडी समय प्रदान करती है।
> अत्यधिक आराम और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए, गाडी में अत्याधुनिक एलएचबी कोच लगाए गए हैं, जो यात्रियों को एक नई यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगे।
यात्रियों को संरक्षित और सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए इन डिब्बों के दोनों ओर तथा प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे अप्राधिकृत यात्रियों के प्रवेश पर नजर रखने में सहायता मिलेगी।
गाडी में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए चलती गाडी का रियल टाइम सूचना प्रदान करने के लिए कोचों में स्पीकर लगाए गए हैं, जो जीपीएस तकनीक पर काम करेंगे।
मराठवाड़ा क्षेत्र में चलने वाली गाडियों में पहली बार, एक III एसी इकोनॉमी क्लास का आरंभ किया गया है जो नियमित III एसी कोच की तुलना में कम कीमत पर एक आरामदायक वातानुकूलित यात्रा प्रदान करेगा।
जालना से आरंभ पहली किसान रेल की मुख्य विशेषताएं;
1. “किसान रेल” कृषक समुदाय की आय को दोगुना करने के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित एक नई पहल है।
2. किसान रेल किसानों और व्यापारियों को उनकी कृषि उपज को त्वरित, सुरक्षित और किफायती तरीके से बाजार में पहुंचाने की सुविधा प्रदान करती है, यहां तक कि दूर-दराज के गंतव्य स्थानों तक भी कम से कम नुकसान के साथ पहुंचाती है।
3. जनवरी 2021 में पहली किसान रेल से आरंभ होकर, 11 महीने की अल्पावधि में, दक्षिण मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार से महाराष्ट्र राज्य के लिए 400 से अधिक किसान रेलें चलाई गई हैं तथा अंगूर, अनार और प्याज जैसी 1 लाख टन से अधिक कृषि उपजों का परिवहन किया गया है।
4. आज, जालना स्टेशन से असम राज्य के जोरहाट टाउन रेलवे स्टेशन, जो 2800 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित है, तक पहली किसान रेल चलाई जा रही है, जो जालना क्षेत्र और उसके आसपास के किसानों, व्यापारियों, कार्गो ऑपरेटरों को सुरक्षित, त्वरित व किफायती परिवहन एवं बेहतर बाजार मूल्य प्राप्त करने की भी सुविधा प्रदान करेगी।