म्यांमार में तख्तापलट, एक साल के लिए आपातकाल की घोषणा
म्यांमार में सेना ने वास्तविक सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया है। सेना का कहना है कि जिस तरह से चुनाव के दौरान धांधली हुई है उसे देखते हुए हमने तख्तापलट की कारवाई की है। म्यांमार की सत्ता में काबिज आंग सान सू को सेना ने हिरासत में ले लिया है।
मालूम हो कि म्यांमार में एक लम्बे समय तक सेना का कब्ज़ा रहा है। सेना ने 1962 से लेकर 2011 तक म्यांमार की सत्ता संभाली है। 2011 में वहां पर लोकतान्त्रिक सरकार बनी।
म्यांमार में हुए इस घटना के बाद अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने चिंता जाहिर की है। म्यांमार की नेता आंग सान सू की के हिरासत में लिए जाने पर अमेरिका की ओर से पहला बयान सामने आया है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने अमेरिका की ओर से टिप्पणी करते हुए कहा है कि अमेरिका, म्यामांर(बर्मा)की सेना द्वारा आंग सान सू की और अन्य नागरिक अधिकारियों की गिरफ्तारी सहित देश के लोकतांत्रिक शक्तियों को कम करने के लिए कदम उठाने वाले कदमों से चिंतित है। उन्होंने बताया कि अमेरिका NSA द्वारा राष्ट्रपति बिडेन को इसकी जानकारी दी गई है।