डिस्चार्ज नीति में केंद्र सरकार ने किया बदलाव, अस्पताल से इन मरीजों को जल्दी मिलेगी छुट्टी
केंद्र सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए डिस्चार्ज नीति में बदलाव किया है। यह बदलाव पीएम मोदी की कोरोना वायरस मामले को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद किया गया है। कोरोना वायरस के मामलों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हल्के और मध्यम श्रेणी में रखा है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इन कैटेगिरी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मध्यम मामलों के लिए, यदि लक्षणों का समाधान होता है और मरीज का ऑक्सीजन लेवल तीन दिनों तक 93 % से ज्यादा रहता है तो बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के उसे अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
वहीं, हल्के लक्षणों वाले मरीजों को उनकी टेस्टिंग से सात दिनों बात यदि रोगी की हालत स्थित रहता है तो उसे अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। उसके लिए डिस्चार्ज से पहले दोबारा टेस्टिंग की भी कोई आवश्यकता नहीं होगी।
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश हाई पॉजिटिविटी रेट के साथ चिंता के रूप में उभर रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में 22.39 % की पॉजिटिविटि रेट है, पश्चिम बंगाल में 32.18 %, दिल्ली में 23.1 % और उत्तर प्रदेश में 4.47 % है।