देश में एक बार फिर हो सकते दूसरी लहर जैसे हालात, लग सकता है लॉकडाउन
देशभर में कोरोना महामारी के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रोजाना रिकॉर्ड संख्या में कोरोना के केस आ रहे हैं। देश मे इसे ही कोरोना का तीसरी लहर बताया जा रहा है। इस बीच UN ने चिंता बढ़ाने वाली एक रिपोर्ट जारी की है। उनकी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अप्रैल और जून 2021 के बीच कोरोना के डेल्टा स्वरूप की घातक लहर में 2.40 लाख लोगों की मौत हो गई थी और आर्थिक सुधार बाधित हुआ था। फिर इसी तरह के हालात हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं (डब्ल्यूईएसपी) 2022 रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रोन स्वरूप के संक्रमण की नई लहरों की वजह मृतकों की संख्या और आर्थिक नुकसान में फिर से वृद्धि होने का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग के अवर महासचिव लियु जेनमिन ने कहा कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए एक समन्वित और निरंतर वैश्विक दृष्टिकोण के बिना यह महामारी वैश्विक अर्थव्यवस्था के समावेशी और स्थायी उभार के लिए सबसे बड़ा जोखिम बनी रहेगी।
इन राज्यों में लग सकती है लॉकडाउन
महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल हैं जहां कोरोना के तेजी से केस सामने आ रहे हैं। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि यहां सख्ती न बतरी गई तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। ऐसे में इन राज्यों में लॉकडाउन की आशंका उत्पन्न हो गई है। वैसे ही कुछ पाबंदियों के साथ लॉकडाउन तो लग ही गया है। अधिकांश राज्यों में नाइट कर्फ्यू, वीकेंड कर्फ्यू लगाया जा चुका है। मंदिर और सार्वजनिक स्थल पर भीड़ को रोका जा रहा है।