भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड- इरेडा और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने छत के ऊपर (रूफटॉप) सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने छत के ऊपर (रूफटॉप) सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए अपनी तकनीकी-वित्तीय विशेषज्ञता प्रदान करने हेतु गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
दोनों कंपनियां क्रमशः नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हैं।
समझौता ज्ञापन पर इरेडा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रदीप कुमार दास, और जीएसएल के सीएमडी कमोडोर भारत भूषण नागपाल ने वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन के तहत इरेडा, गोवा के वास्को डी गामा में स्थित कंपनी के मुख्यालय में रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने में जीएसएल की मदद करेगा।
इरेडा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ईएंडएस मानकों के अनुसार रूफटॉप सौर ऊर्जा तथा अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए पर्यावरण एवं सामाजिक (ईएंडएस) कार्यों में जीएसएल को अपनी तकनीकी-वाणिज्यिक विशेषज्ञता प्रदान करेगा। अपने भवन में रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के बाद जीएसएल बिजली पर होने वाले खर्च को सीमित करने और कार्बन फुटप्रिंट को भी कम करने में सक्षम होगा।
समझौता ज्ञापन के बारे में बताते हुए इरेडा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रदीप कुमार दास ने कहा कि हम स्वच्छ ऊर्जा युक्तियों को अपनाने की दिशा में जीएसएल के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं। इस साझेदारी से दोनों कंपनियों की विशेषज्ञताओं का लाभ उठाया जा सकता है और इससे हरित ऊर्जा के माध्यम से देश के सतत विकास के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में बेहतर कार्य प्रणालियों को अपनाने की उम्मीद है।
भारत सरकार का उद्देश्य वर्ष 2022 के अंत तक रूफटॉप सोलर के माध्यम से 40 गीगा वाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करना है और हमारा सहयोग हमें भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए योगदान देने में सक्षम बनाएगा।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डेढ़ साल पहले इरेडा द्वारा एक समर्पित व्यवसाय विकास एवं परामर्श प्रभाग की स्थापना की गई थी। नए विभाग के अंतर्गत नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र और ऊर्जा रूपान्तरण में इसके निर्माताओं के लिए अपनी परामर्श सेवाएं प्रदान करने में पिछले 14 महीनों के भीतर इरेडा द्वारा हस्ताक्षरित यह सातवां समझौता ज्ञापन है।
इरेडा ने इससे पहले हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अपनी तकनीकी-वित्तीय विशेषज्ञता का विस्तार करने में एसजेवीएन, एनएचपीसी, टीएएनजीईडीसीओ, एनईईपीसीओ, बीवीएफसीएल और टीएचडीसीआईएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये किये थे।
इरेडा, नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के समग्र विकास में अन्य पीएसयू और निजी संगठनों के लिए अपनी परामर्श सेवाओं का विस्तार करने के प्रति आशान्वित है।