यूपी विधानसभा चुनाव: जानिए कितने करोड़ के मालिक है सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, हलफनामे में संपत्ति का दिया ब्यौरा
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीते सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है।
नामांकन के दौरान अखिलेश यादव ने हलफनामे में अपनी संपत्ति का भी ब्यौरा दिया। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक उनके पास 40 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। इस प्रॉपर्टी में बैंकों में मौजूद पैसा समेत सभी चल-अचल संपत्ति शामिल है। अखिलेश यादव के पास 179,237.26 रुपए की नकदी है। तो वहीं डिंपल यादव की नकदी 332257.78 रुपए है।
साथ ही ये भी सामने आया है कि अखिलेश यादव के नाम पर 11 बैंक खाते हैं, जिनमें 8 करोड़ से ज्यादा की रकम है। अखिलेश यादव की सालाना आय 83 लाख 98 हजार रुपए है। वहीं 17.93 एकड़ जमीन उनके नाम पर है। पूर्व सीएम के पास 17.22 करोड़ रुपए की गैर खेती वाली जमीन और मकानों का जिक्र भी हलफनामे में किया गया है। हलफनामे के मुताबिक 28.97 लाख का कुल कर्ज अखिलेश यादव के ऊपर है।
वहीं अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल के बैंक खातों में 58 लाख 92 हजार रुपए जमा हैं। डिंपल यादव के पास चल संपत्ति करीब 4 करोड़ 76 लाख और अचल संपत्ति 10 करोड़ रुपए के करीब है। वहीं अखिलेश यादव की बेटी के नाम पर 10 लाख 39 हजार रुपए की संपत्ति का जिक्र हलफनामे में किया गया है।
अखिलेश यादव ने बीते सोमवार को ‘समाजवादी विजय रथ’ से मैनपुरी रवाना होने की तस्वीर के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “ये ‘नॉमिनेशन’ एक ‘मिशन’ है क्योंकि यूपी का ये चुनाव प्रदेश और देश की अगली सदी का इतिहास लिखेगा। आइए प्रोग्रेसिव सोच के साथ सकारात्मक राजनीति के इस आंदोलन में हिस्सा लें… नकारात्मक राजनीति को हराएं भी, हटाएं भी। जय हिन्द!!!”
दरअसल सपा ने अखिलेश यादव को मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। करहल विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है जिसका प्रतिनिधित्व समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव करते हैं।
जिसको लेकर अखिलेश यादव ने कहा, “ये क्षेत्र बिल्कुल घर के पास का क्षेत्र है, घर है, नेताजी का और समाजवादी पार्टी का यहां से बहुत पुराना रिश्ता रहा है और यहां के लोगों ने समाजवादी पार्टी के साथ खड़े होकर एक सकारात्मक राजनीति को आगे बढ़ाया है, मुझे उम्मीद है कि इस चुनाव में जो नकारात्मक राजनीति करते हैं, उत्तर प्रदेश से उनको जनता हटाएगी।”
गौरतलब है कि यूपी में 7 चरणों में चुनाव होंगे, पहले चरण के तहत 10 फरवरी को वोटिंग होगी। दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, 5वां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और 7 चरण 7 मार्च को संपन्न होगा। 10 मार्च को मतगणना होगी और नतीजे आएंगे।