इमरान खान पहुंचे बीजिंग, पाकिस्तान को मिली निराशा, चीन से नहीं मिला नया कर्ज
विंटर ओलिंपिक का उपयोग राजनीतिक प्रभाव बढ़ाने में करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने बीते दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डूडा से मुलाकात की। फिलहाल पाकिस्तान को चीन से नया कर्ज मिलने की कोई सूचना नहीं है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चिनपिंग ने अलग से मुलाकात की।
इस दौरान चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कारिडोर के दूसरे चरण में होने वाले कार्यो पर चर्चा हुई। बता दें, सीपीईसी के पहले चरण के कई कार्य अभी पूरे नहीं हुए हैं। करीब दो साल से सीपीईसी पर कार्य बंद पड़ा है। पाकिस्तान, चीन के निवेशित धन का ब्याज भी नहीं चुका पा रहा है।
मुलाकात में चिनफिंग ने कहा, चीन और पाकिस्तान का रणनीतिक सहयोग दुनिया में बदलाव का कारण बनेगा। चीन अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पूरी तरह से न्याय और पारदर्शिता बरतता है। पाकिस्तान के साथ चीन के ऐसे ही रिश्ते हैं। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मिलकर कार्य करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इमरान ने चिनफिंग से तीन अरब डालर का कर्ज स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। लेकिन पहले से चीनी कर्ज के बोझ से दबे पाकिस्तान को और कर्ज देने का आश्वासन फिलहाल नहीं मिला है।
पोलैंड अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो का सदस्य है और वहां पर अमेरिकी सेना तैनात है। डूडा यूरोपीय यूनियन में शामिल पोलैंड के अकेले नेता हैं जो अमेरिका के नेतृत्व वाले विंटर ओलिंपिक खेलों के बहिष्कार की अनदेखी करते हुए बीजिंग आए हैं। चिनफिंग ने डूडा के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर चर्चा की। पोलैंड ही नहीं यूरोपीय देश हंगरी और सर्बिया का झुकाव भी चीन की ओर है।