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मध्य प्रदेश के निवाड़ी में दिव्यांगजनों को सहायता और सहायक उपकरणों के वितरण के लिए ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का आयोजन

भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की एडीआईपी योजना के अंतर्गत ‘दिव्यांगजन’ को सहायता और सहायक उपकरणों के वितरण के लिए एक ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का आयोजन हुआ ।

शिविर का आयोजन दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी), एलिम्को और जिला प्रशासन निवाड़ी स्टेडियम के सहयोग से मध्य प्रदेश में निवाड़ी ज़िले में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय नंबर 2 में किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने शिविर का उद्घाटन किया। इसमें मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के 409 पूर्व चिन्हित दिव्यांग हितग्राहियों और विभिन्न श्रेणी में दिव्यांगजनों को 45 लाख रुपये की लागत के कुल 737 सहायता और सहायक उपकरण केंद्र सरकार की एडीआईपी योजना के तहत निःशुल्क वितरित किए गए।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार ने समावेशी समाज के विकास और दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है।

मंत्री ने अपने मंत्रालय द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार वंचित दिव्यांगजनों और समाज के अन्य गरीब वर्ग के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।

डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण का पालन करते हुए, उनके मंत्रालय के अंतर्गत एक सीपीएसयू एलिम्को ने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए स्वदेशी रूप से एक आधुनिक बेत ‘सुगम्य छड़ी’ विकसित की है।

डॉ. वीरेंद्र कुमार ने 14 फरवरी, 2022 को टीकमगढ़ में आयोजित वितरण शिविर के दौरान इस छड़ी का शुभारम्भ किया था। सुगम्य छड़ी एक सहायक उपकरण है जिसमें सुगम्य छड़ी सेंसर और एक सामान्य फोल्डेबल सफेद छड़ी होती है, जो दृष्टिबाधित व्यक्ति को गतिशीलता और दिशा की जानकारी देने में सहायता करती है।

डॉ. वीरेंद्र कुमार ने हाल ही में जिला स्तर पर कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपने विभाग की नई पहल ‘स्वावलंबन केंद्र’ और युवाओं के लिए विशेष रूप से दिव्यांगजनों के लिए स्वरोजगार के नए अवसर देने वाले मरम्मत सेवा केंद्र के बारे में भी जानकारी दी। डॉ. वीरेंद्र कुमार ने घोषणा की कि निकट भविष्य में निवाड़ी जिले में भी इसी तरह के अन्य स्वावलंबन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

ब्लॉक स्तर पर मूल्यांकन शिविरों के दौरान पंजीकृत चिन्हित दिव्यांगजनों के बीच वितरित किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों में 183 ट्राइसाइकिल, 60 व्हीलचेयर, 202 बैसाखी, 78 वॉकिंग स्टिक, 02 रोलेटर, 09 स्मार्ट फोन, 26 सुगम्य बेंत, 08 सी.पी. चेयर, 06 एमएसआईईडी किट, 30 हियरिंग एड, 133 कृत्रिम अंग और कैलीपर्स आदि शामिल हैं।