कुवैत में कट्टरपंथी नेताओं ने योग पर लगाया रोक तो सड़क पर उतरीं महिलाएं, सरकार के खिलाफ खोल दिया मोर्चा
भारत ने पूरी विश्व को योग की शिक्षा दी और जबसे दुनिया में योग दिवस मनाया जाने लगा है तबसे दुनियाभर के तमाम देशों में योग को लेकर और भी ज्यादा हलचल बढ़ गई है। इसी कड़ी में कुवैत में योग को लेकर बवाल मचा हुआ है। यह बवाल तब मचा जब कुवैत की सरकार ने योग के एक बड़े कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दी और इस योग शिविर पर प्रतिबंद लगा दिया। इसके बाद वहां पर योग करने वाले महिलाओं ने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और सड़कों पर उतर आईं।
दरअसल, यह सब तब हुआ जब कुवैत में होने वाले पहले ओपन एयर फेस्टिवल योगा रिट्रीट के आयोजन होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। ‘द हिंदू’ के रिपोर्ट्स के अनुसार योगा रिट्रीट के आयोजन का विज्ञापन कुवैत में योग सिखाने वाली एक संस्था ने दिया था। विज्ञापन छपने के बाद वहां के कट्टरपंथी नेता भड़क उठे। विवाद को बढ़ता देख कुवैत की सरकार ने आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया। इतना ही नहीं विपक्ष ने भी इस मामले पर सरकार का साथ दिया।
रिपोर्ट के अनुसार मामले में वहां योग करने वाली महिलाओं ने सरकार के इस फैसले को अपने अधिकारों के खिलाफ बताया है। महिला कार्यकर्ताओं ने व्यक्तिगत आजादी का हवाला देते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। धीरे-धीरे यह प्रदर्शन बढ़ता गया और कुवैत की संसद के सामने भी कुछ महिलाओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि हमें सर्द रात में अपनी आजादी को लेकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक कुवैत की सरकार प्रतिबंध को हटा नहीं लेती।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात भी की गई है कि योग बैन के खिलाफ शुरू हुआ यह प्रदर्शन बहुत तेज़ी से बढ़ता जा रहा है क्योंकि इस प्रदर्शन के बहाने महिलाओं की हर तरह की आजादी की बात होने शुरू हो गई है। कुवैत में पहले से ही महिलाओं को कई अधिकारों से वंचित रखा गया है। उधर कुवैत में कुछ कट्टरपंथी लोगो का कहना है कि महिलाएं देश की संस्कृति पर हमला कर रही हैं।