Maha Shivratri 2022- महाशिवरात्रि के व्रत को कहा जाता है सबसे ज्यादा ताकतवर, जानिए क्यों?
जो भक्त भगवान शिव में गहरी आस्था रखते है उनके लिए आज का दिन (महाशिवरात्रि) किसी महोत्सव से कम नहीं है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। यही वजह है कि शिव भक्त इसे विशेष धूमधाम के साथ मनाते हैं।
वहीं मान्यता यह भी है कि इसी दिन भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकला विष पिया था और उनको नींद न आने देने के लिए गण पूरी रात उनके साथ जागे थे। उनका आशीर्वाद पाने के लिए वह इस दिन खास रीतियों से व्रत भी रखते हैं। इस व्रत को सबसे ताकतवर व्रत भी कहा जाता है।
महाशिवरात्रि पर व्रत रखने वालों को सच्चे मन और तमाम दोषों से दूर होकर इस दिन शिव अराधना करनी चाहिए। शिव को हर मनोकामना पूरी करने वाला माना जाता है और वह अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं।
जानिए कैसे भोलेनाथ को करें प्रसन्न
– महाशिवरात्रि का व्रत अगले दिन सुबह तक चलता है। इस दौरान गर्म पानी और काले तिल से स्नान करें। माना जाता है कि इस तरह तन और मन, दोनों ही पवित्र होते हैं।
– शिवलिंग को दूध और शहद से स्नान कराना चाहिए।
– दिन में ऊं नम: शिवाय का जाप करते रहें।
– अगर स्वस्थ हों तो ही निर्जल व्रत रखें।
– सूरज ढलने के बाद इस व्रत में कुछ ग्रहण नहीं किया जाता है। व्रत में कुट्टू का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, ताजे फल आदि लेने चाहिए।
– इस दिन दान करना भी अच्छा रहता है।