यूक्रेन से बेटे के लौटने पर भावुक हुए पिता, कहा वह मेरा नहीं, मोदी जी का…
केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिको को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। यूक्रेन के सूमी में फंसा ध्रुव इसी अभियान के तहत जब भारत पहुंचा तो उसके घरवालों ने राहत की सांस ली। ध्रुव के पिता संजय पंडिता ने भावुक होते हुए कहा, ‘मुझे यकीन नहीं था मेरा बेटा सकुशल भारत लौट पाएगा। मैं कहना चाहता हूं कि मोदी जी का बेटा लौटा है, मेरा बेटा नहीं।’ उन्होंने भारत सरकार के प्रति आभार जताया है।
मीडिया से बात करते हुए भावुक पिता संजय पंडिता ने कहा कि ये मेरा बेटा नहीं है, ये तो मोदी जी का बेटा है। इसे वो लेकर आए हैं। हमें उम्मीद नहीं थी की ये आएगा। हमने पूरी तरह से उम्मीद छोड़ दी थी। उनका सूमी के हालात में जीना नामुमकिन था। उन्होंने मेरा बेटा मुझे लौटाया, मैं भारत सरकार का धन्यवाद करता हूं।
#WATCH A tearful Sanjay Pandita from Srinagar, Kashmir welcomes his son Dhruv on his return from Sumy, #Ukraine, says, "I want to say that it's Modiji's son who has returned, not my son. We had no hopes given the circumstances in Sumy. I am thankful to GoI for evacuating my son." pic.twitter.com/ygqOVk5PGm
— ANI (@ANI) March 11, 2022
ध्रुव ने भारत लौटने के बाद कहा कि वहां जिंदा रहना नामुमकिन था। भारत वापस आकर राहत मिली है। भारत सरकार का ऑपरेशन गंगा को अंजाम देने के लिए शुक्रिया।
11 मार्च को उत्तर पूर्वी यूक्रेन के युद्धग्रस्त शहर सूमी से निकाले गए 674 लोगों को लेकर तीन उड़ानें दिल्ली में उतरी थी। भारत पहुंचकर लोगों ने वहां के भयंकर हालात के बारे में बताया जिससे वे गुजरे है। उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान वह दो हफ्तों तक कैसे बचे रहे। उन्होंने बताया कि वहां पानी तक मिलना मुश्किल हो गया था। हम वह पर बर्फ को पिघलाकर पानी पी रहे थे।