अब जर्मनी से जेलेंस्की ने लगाई गुहार, कहा इस दीवार को तोड़ दो…
17 मार्च को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जर्मनी की संसद को संबोधित किया। जेलेंस्की ने अपने भाषण में अपील करते हुए कहा कि रूस यूरोप में एक नई ‘दीवार’ खड़ा कर रहा है, उसे गिराने की बहुत जरूरत है। जर्मन सांसदों से उन्होंने कहा कि यह बर्लिन की दीवार नहीं है। यह दीवार मध्य यूरोप में बंधन और आजादी के बीच है और हर बम के साथ यह दीवार बड़ी होती जा रही है। उन्होंने जर्मन सांसदों से कहा कि आजादी के खिलाफ रूस नई दीवार बना रहा है।
‘दीवार को तोड़े जाने की जरूरत’
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने सभी से एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा कि नफरत की इस दीवार को तोड़े जाने की बहुत जरूरत है। उन्होंने जर्मनी से यूरोप को विभाजित करने वाली नई दीवार नहीं खड़ी करने की अपील करते हुए यूरोपियन यूनियन की सदस्यता के लिए यूक्रेन का समर्थन करने का अनुरोध किया।
‘रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने से बच रहा है जर्मनी’
जेलेंस्की ने जर्मन सरकार के रूस से प्राकृतिक गैस लाने को लेकर नोर्ड स्ट्रीम-2 पाइपलाइन के लिए समर्थन की आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने से जर्मनी बच रहा है क्योंकि जर्मनी को आशंका है कि इससे उसकी अर्थव्यवस्था को असर पहुंच सकता है।
वलोडिमिर जेलेंस्की के जर्मन संसद में भाषण की दुनिया भर में तारीफ की जा रही है। जेलेंस्की को जर्मन सांसदों ने स्टैंडिंग ओवेशन के साथ स्वागत किया। उनके भाषण के दौरान सांसद लगातार मेज थपथपाते रहे।