UP परिवहन निगम के 42 हजार कर्मियों को मिली बड़ी राहत, एमडी ने बिना वर्दी ड्राइवर-कंडक्टर के जुर्माने पर लगाई रोक
उत्तर प्रदेश में परिवहन निगम की बसों में वर्दीधारी कर्मचारियों को काम के वक्त वर्दी पहनना अनिवार्य कर दिया गया था। कहा गया था कि वर्दी न पहनने पर जुर्माना लगाया जाएगा। मगर एमडी आरपी सिंह ने इस आदेश को शनिवार को वापस ले लिया। इस फैसले के बाद प्रदेश भर के नियमित और संविदा के 42 हजार से ज्यादा कर्मियों को बहुत राहत मिली है।
परिवहन निगम में तीन वर्ष पहले चालकों, परिचालकों व कार्यशाला में तैनात कर्मियों को वर्दी मिली थी, जो कि अब तक फट या ख़राब हो चुकी है। इसलिए चालक-परिचालकों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था। मामले को संज्ञान में लेते हुए फिलहाल निगम मुख्यालय ने वर्दी न पहनने के नाम पर चालान कटौती किए जाने के आदेश को वापस ले लिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि वर्दी नहीं पहनने पर 50, 250 व 500 रूपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया था। इस मामले को लेकर कर्मचारी यूनियनों ने अपना विरोध दर्ज कराया था। ऐसे में रोडवेज कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और रोडवेज परिषद के महामंत्री गिरीश मिश्र के साथ ही निगम प्रशासन से वार्ता के बाद यह फैसला लिया गया कि जब तक सभी कर्मियों को वर्दी नहीं मिल जाती तब तक जुर्माने के प्रावधान पर रोक लगा दी जाए।