नीतीश के बहाने शाह ने किया उद्धव पर हमला, बिहार की सियासत गरमाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर से अपने पुराने सहयोगी उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने बिहार का उदहारण देकर कहा कि भाजपा अपने वादे की पक्की पार्टी है। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा ने अपने सहयोगी नीतीश कुमार को कम सीटें होने के बाद भी मुख्यमंत्री बनाया, जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया। जनता ने एनडीए गठबंधन को वोट किया था, लेकिन उद्धव ठाकरे ने सिर्फ कुर्सी के कारण कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन किया।
महाराष्ट्र में अमित शाह ने कही ये बात
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन समारोह में अमित शाह ने महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को जनादेश के साथ धोखा करार दिया। कहा कि जनता का फैसला देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार के लिए था। मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी ने शिवसेना से कोई वादा नहीं किया था। अमित शाह ने कहा कि वे बंद कमरों में वादे नहीं करते, खुले में बातें करते हैं। बीजेपी अपने वादों काे निभाती है। अमित शाह ने कहा कि बिहार में बीजेपी ने चुनाव के पहले ही कहा था कि नीतीश कुमार एनडीए की सरकार के मुख्यमंत्री बनेंगे। चुनाव में बीजेपी को जनता दल यूनाइटेड से अधिक सीटें मिलीं, लेकिन हमनें अपने वादे काे निभाया।
बिहार में गरमाई सियासत
इस बयान को लेकर बिहार में सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। जेडीयू और भाजपा ने अमित शाह के बयान का समर्थन किया है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन के कहा कि अमित शाह ने बिलकुल ठीक कहा है, बिहार में भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर अपना वादा निभाया है। भाजपा के प्रवक्ता प्रमरंजन पटेल ने भी कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना तो बीजेपी को किए वायदे से मुकर गई, लेकिन बीजेपी ने बिहार में किया वायदा निभाया। सत्ताधारी दलों से अलग विपक्षी महागठबंधन के नेताओं ने अमित शाह के बयान को प्रेशर पॉलिटिक्स माना है। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अमित शाह ने नीतीश कुमार पर दबाव बनाने के लिए यह बयान दिया है। उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि अमित शाह जो भी कहें, बीजेपी वायदे भूलने में माहिर रही है।