विदेश मंत्री जयशंकर ने कही बड़ी बात, कहा यूक्रेन युद्ध के बारे में एक जैसा सोचते हैं भारत और चीन
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन दोनों इस बात पर सहमत हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच के संघर्ष को रोकने का सिर्फ एक ही रास्ता बातचीत ही है। उन्होंने आगे कहा कि भारत और चीन के नजरिए को अमेरिकी अलग-अलग देखने की कोशिश करते हैं मगर जब बात यूक्रेन मसले की आती है तो हमारे विचारो में फर्क नहीं है।
जयशंकर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि, अगर आप मुझसे पूछते हैं कि यूक्रेन मसले के बारे में मैं क्या सोचता हूं तो मैं बता दूं कि चीन के विदेश मंत्री पिछले ही महीने भारत आए थे। दोनों ने ही अपने-अपने विचार रखे। इसके बाद एक ही बात पर सहमति बनी कि इसको रोकने के लिए सबसे जरूरी है बातचीत।
एस जयशंकर से सवाल किया गया कि भारत और चीन रूस के मामले में यह स्टैंड क्यों ले रहे है अमेरिका यह भलीभंति जानता हैं। उन्होंने कहा कि, भारत और अमेरिका के बीच हुई टू प्लस टू में दोनों ओर से कई दफा यूक्रेन मसले पर बात हुई। इससे पता चल गया कि भारत और चीन के बारे में अमेरिका अलग-अलग विचार रखता है।
बता दें कि एस जयशंकर ने रूस से तेल खरीद को लेकर भी अमेरिकी विदेश मंत्री के सामने दो टूक बात कही थी। उन्होंने कहा था कि जितना तेल यूरोप रूस से एक दिन में खरीदता है, भारत उतना तेल पुरे एक महीने में भी नहीं खरीदता। उन्होंने कहा था कि भारत रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के खिलाफ है और चाहता है कि यह जल्द खत्म हो जाए।