अस्पताल सेवा के चार साल, उपलब्धियाँ बेमिसाल : अनुराग ठाकुर
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रयास संस्था द्वारा चलाई जा रही सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा “ अस्पताल” के चार वर्षों के कार्यकाल को उपलब्धियों भरा बताते हुए इस अवसर पर ऊना में आयोजित विशाल चिकित्सा शिविर के सफल आयोजन पर अस्पताल टीम को बधाई दी।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर गरीब कल्याण के बड़े हिमायती थे और उन्हीं से प्रेरणा लेकर मैंने 14 अप्रैल 2018 को प्रयास स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की शुरुआत की थी। बेहतर स्वास्थ सुविधा प्रत्येक नागरिक की बुनियादी ज़रूरत है,मगर कई बार स्वास्थ केंद्रों के दूर होने या डॉक्टरों की उपलब्धता ना होने से दूर दराज़ इलाक़ों के लोग अच्छी स्वास्थ सेवा से वंचित रह जाते हैं, ऐसे में अस्पताल सेवा लोगों के लिए एक वरदान बनी है। यह हर्ष का विषय है कि सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा 4 वर्षों के इस कालखंड में लोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का काम किया है। मात्र चार वर्ष के कालखंड में 6,22,354 किलोमीटर का चक्कर काटकर क़रीब 7,151,32 लोगों को उनके घर द्वार पर मुफ़्त जाँच, सलाह और उपचार करना अपने आप में एक उपलब्धि है जिसके लिए मैं पूरी अस्पताल टीम को बधाई देता हूँ।”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा “2018 में 3 मोबाइल मेडिकल यूनिट से शुरू हुए अस्पताल के बेड़े में अब 32 गाड़ियाँ जुड़ चुकी हैं। आज 7 जिले, 23 विधानसभा क्षेत्र, 1350 से ज़्यादा पंचायतें और 6400 से ज़्यादा गाँव इस अनूठी सेवा से लाभान्वित हो रहे हैं।आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं से परिपूर्ण सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की वैनों में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्निशन और ड्राइवर तैनात होते हैं। वैन में डायग्नोस्टिक सेंटर और पैथोलॉजी लैब भी है। इसमें लिपिड प्रोफाइल, एलएफटी, केएफटी, शुगर ग्लूकोस, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी जैसे अलग-अलग 40 टेस्ट की सुविधा और उनकी दवाएं भी मौजूद रहती हैं। आज अस्पताल सेवा की चौथी वर्षगाँठ पर 4 और विधानसभा नाहन, पावंटा साहिब, देहरा व जसवां प्रागपुर के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के लिए माननीय राज्यपाल श्री राजेंद्र अर्लेकर जी का मैं ह्रदय की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूँ।”
अनुराग ठाकुर ने कहा “ महामारी के समय भी अस्पताल सेवा के पहिए थमे नहीं बल्कि चाहे बिलासपुर में डेंगू फैलना हो या कोरोना महामारी के दौरान अस्पताल सेवा का राज्य सरकार के साथ मिलकर कोविड प्रसार को रोकना हो और दवा वितरण व इसकी प्राथमिक जाँच में अपना सहयोग देने का काम हो। अस्पताल सेवा के 65 फीसदी लाभार्थी महिलाएं और बुजुर्ग हैं। मोबाइल यूनिट पर जो कर्मचारी तैनात किए गये हैं उनमें 50 फिसदी स्वास्थ्य कर्मचारी महिलाएँ हैं जोकि महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है। इस चलते फिरते अस्पताल में सामान्य बुख़ार के ईलाज से लेकर स्तन कैंसर तक की जांच हो रही है और समय-समय पर चिकित्सा शिविरों के माध्यम देश के बड़े मेडिकल एक्सपर्ट्स के माध्यम से लोगों को लाभान्वित करने का काम किया जाता है। 7 लाख लाभार्थियों के इस सफ़र को अभी बहुत दूर तक जाना है। अस्पताल सेवा यूँ ही बिना रुके, बिना थके चलती रहेगी और सेवा करती रहेगी।”