महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक संप्रदाय विशेष पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने को कहा
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब उपमंडल के मुबारिकपुर में तीन दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया गया हैं। रविवार को आयोजन के पहले दिन ही भड़काऊ भाषण देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर पुलिस ने आयोजनकर्ता को भड़काऊ भाषण न देने लिए नोटिस जारी किया है।
रविवार को अखिल भारतीय संत परिषद की तीन दिवसीय धर्म संसद के शुरू होने वाले दिन ही महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मीडिया से बातचीत में एक संप्रदाय विशेष पर आपत्तिजनक शब्द कहे। इसक साथ उन्होंने हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने और उन्हें अपने परिवार को सुरक्षित करने के लिए सक्षम बनाने और रक्षा के लिए हथियार उठाने को भी कहा।
नरसिंहानंद ने बताया कि “देशभर में हिंदू शोभा यात्राओं पर पथराव हो रहा है। कोई भी सरकार इसे रोक नहीं पा रही है। धर्म संसद धर्म की रक्षा के लिए बुलाई जाती है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदुओं ने धर्म की रक्षा को महत्वपूर्ण माना ही नहीं है। इसलिए हिंदू असुरक्षित हो चुके हैं। चाहे कोई भी राजनीतिक दल हो, वह महत्वाकांक्षा के चलते हिंदू हितों को कुचलने में कोई कमी नहीं रख रहा।“
आपको बता दें कि पहले भी हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने को लेकर महामंडलेश्वर पर मामला दर्ज है। लेकिन उसे जमानत मिली हुई है।
किसी भी अप्रिय घटना के होने से बचने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बटालियन की दो टुकड़ियां पहुंच गई हैं। अब सोमवार और मंगलवार को तीन बड़े पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में धर्म संसद का आयोजन होगा।
पुलिस ने इस मामले में आयोजनकर्ता को नोटिस नोटिस जारी कर धर्म संसद में कोई भी धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली भाषा का इस्तेमाल न करने को कहा है। साथ ही किसी भी जाति व समुदाय विशेष के खिलाफ भी कोई भाषण या नारेबाजी न करने को भी कहा है। निर्देशों का पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई भी करने को कहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस आयोजन पर रोक लगाने से इनकार कर याचिकाकर्ता को संबंधित जिला अधिकारियों से मिलकर पक्ष रखने की अनुमति दी है।