लाउडस्पीकर विवाद पर महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला
लाउडस्पीकर विवाद कोई नई बात नहीं हैं लाउडस्पीकर का प्रयोग हमेशा से चर्चाओं में रहा है । एक बार फिर देश में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आपको बता दें कि इस बार विवाद को हवा देने का काम महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने की है। महाराष्ट्र में अब धार्मिक स्थलों पर बगैर अनुमति के लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित कर दिया गया है। आदेश के उल्लंघन पर पुलिस द्वारा कड़ी कारवाई किए जाने की चेतावनी भी दी गई है।
लाउडस्पीकर इस्तेमाल के लिए अनुमति अनिवार्य
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए पुलिस की अनुमति अनिवार्य कर दी गई है। उद्धव ठाकरे सरकार के गृह विभाग ने यह फैसला लिया है। सरकार ने किसी भी धार्मिक स्थल पर बिना अनुमति लाउडस्पीकर लगाने पर रोक लगा दी है। यानी अब लाउडस्पीकर लगाने के लिए पहले किसी भी धर्म जाति विशेष समुदाय को पुलिस की मंजूरी लेनी होगी। यदि कोई बिना इजाजत लाउडस्पीकर लगाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लाउडस्पीकर पर बजेगा हनुमान चालीसा
राज ठाकरे ने रविवार को कहा कि मुसलमानों को समझना चाहिए कि धर्म कानून से बड़ा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यदि 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटे तो उनके कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे। उन्होने कहा कि लाउडस्पीकर मे सिर्फ हिंदुओं को ही तकलीफ नहीं हैं बल्कि इसकि वजह से मुसलिम समाज के लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है।
लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर चिंता
बढ़ती ध्वनि प्रदूषण आज पुरे देश में चिंता का विषय बन गया है। लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर चिंता के बीच विभिन्न प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों ने इसके इस्तेमाल को लेकर निर्देश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, “लाउडस्पीकर को रात 10 बजे के बाद और सुबह छह बजे से पहले संचालित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और सभी लाउडस्पीकरों में ‘साउंड लिमिटर’ लगे होने चाहिए।”