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अटल पेंशन योजना: अंशधारकों की संख्या चार करोड़ के पार

मार्च 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन ने 4.01 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है, जिसमें से 99 लाख से अधिक अटल पेंशन योजना के खाते वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान खोले गए थे। सभी श्रेणी के बैंकों की सक्रिय भागीदारी के कारण इस योजना को यह जबरदस्त सफलता मिली।

लगभग 71 प्रतिशत नामांकन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा, 19 प्रतिशत नामांकन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा, 6 प्रतिशत नामांकन निजी क्षेत्र के बैंकों द्वारा, 3 प्रतिशत नामांकन भुगतान एवं लघु वित्त बैंकों द्वारा किया गया।

भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक श्रेणी में वार्षिक लक्ष्य हासिल किया।

जबकि विदर्भ कोंकण बैंक, त्रिपुरा ग्रामीण बैंक, झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, पश्चिम बंगा ग्रामीण बैंक, बड़ौदा यूपी बैंक, उत्तरबंगा क्षेरिया ग्रामीण बैंक, आर्यावर्त बैंक, बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक, ओडिशा ग्राम्य बैंक, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक, कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक, चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, तेलंगाना ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक, बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राजस्थान मरुधारा ग्रामीण बैंक, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, प्रथम यूपी ग्रामीण बैंक, पंजाब ग्रामीण बैंक, पुडूवई भरथियार ग्राम बैंक, आंध्र प्रगति ग्रामीण बैंक, मणिपुर रूरल बैंक और उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक श्रेणी में वार्षिक लक्ष्य हासिल किए।

इसके अलावा, तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, श्री महिला सेवा सहकारी बैंक, द कालूपुर कमर्शियल को-ऑपरेटिव बैंक, साबरकांठा डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक और राजकोट नागरिक सहकारी बैंक ने अन्य बैंक श्रेणियों में वार्षिक लक्ष्य हासिल किया।

बैंकों के अलावा बिहार, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा और त्रिपुरा के 9 राज्य स्तरीय बैंकर्स समितियों ने अटल पेंशन योजना के तहत वार्षिक लक्ष्य हासिल किए।

31 मार्च, 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन में से, लगभग 80 प्रतिशत ग्राहकों ने 1000 रुपये की पेंशन योजना और 13 प्रतिशत ग्राहकों ने 5000 रुपये की पेंशन योजना का विकल्प चुना है। अटल पेंशन योजना के कुल ग्राहकों में से 44 प्रतिशत महिला ग्राहक हैं जबकि 56 प्रतिशत पुरुष ग्राहक हैं। इसके अलावा, अटल पेंशन योजना के कुल ग्राहकों में से, 45 प्रतिशत ग्राहकों की आयु 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच है।

वर्ष 2021 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में, हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने प्रत्येक पात्र व्यक्ति को अटल पेंशन योजना का लाभ पहुंचाने सहित सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की संतृप्ति पर जोर दिया। सरकार के संतृप्ति मिशन के अनुरूप, पीएफआरडीए ने देश भर में सभी एसएलबीसी और आरआरबी के सहयोग से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने का बीड़ा उठाया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान, ऐसे 13 आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए गए और शेष कार्यक्रम चालू वित्तीय वर्ष में आयोजित किए जायेंगे।

पीएफआरडीए ने वेबिनार और टाउनहॉल की बैठकों के माध्यम से अटल पेंशन योजना के आउटरीच कार्यक्रमों के लिए अन्य केन्द्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और एनआरएलएम/एसआरएलएम जैसी एजेंसियों को शामिल करते हुए, जन ​​धन खाताधारकों को लक्षित करने, युवाओं को लक्षित करने के लिए नामांकन के डिजिटल मोड को बढ़ावा देने की रणनीति बनाई है।

अटल पेंशन योजना पीएफआरडीए द्वारा प्रशासित भारत सरकार की सुनिश्चित पेंशन योजना है। यह योजना भारत के 18-40 वर्ष के आयु वर्ग के किसी भी नागरिक को बैंक या डाकघर की शाखाओं, जहां उसका बचत बैंक खाता है, के माध्यम से शामिल होने की अनुमति देती है।

इस योजना के तहत, एक ग्राहक को उसके योगदान के आधार पर 60 वर्ष की आयु से 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये प्रति माह तक का न्यूनतम गारंटी पेंशन मिलेगा। ग्राहक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को समान पेंशन का भुगतान किया जाएगा और ग्राहक और उसके जीवनसाथी, दोनों, के निधन पर ग्राहक की 60 वर्ष की आयु तक जमा की गई पेंशन राशि नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाएगी।

पीएफआरडीए अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन को और आगे बढ़ाने तथा भारत को एक पेंशनभोगी समाज बनाने की दिशा में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।