आखिर क्यों चूक गए महेंद्र सिंह धोनी ?
आईपीएल 2022 आधे से ज्यादा अपना पड़ाव पार कर चूका है। अभी तक एक से बड़े एक रोमांचक मैच देखने को मिले हैं। चाहे वो मैच का आखिरी गेंद का रोमांच हो या पंत का अंपायर के निर्णय से नाराज़ होकर अपने बल्लेबाजों को बाहर बुलाने का रोमांच। 5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस का लगातार शुरुआती 8 मैच हारना भी किसी रोमांच से कम नहीं माना जा सकता। आखिरकार उसके पास सबसे अधिक बार IPL जितने का खिताब है। जाहिर है हर मैच में कुछ खास और अलग देखने को मिल ही जाता है।
? Official announcement!
Read More: ?#WhistlePodu #Yellove ?? @msdhoni @imjadeja
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) April 30, 2022
अब उसी कड़ी में एक और रोमांच जुड़ गया है। बता दें कि अपनी टीम के लगातार हार से परेशान होके CSK के कप्तान रविन्द्र जडेजा ने कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया हैं। 4 बार की चैंपियन और सबसे लोकप्रिय टीमों में से एक CSK अभी तक 8 मैच खेली है और सिर्फ 2 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रही है। अंक तालिका में CSK 4 अंको के साथ नीचे से दूसरे स्थान पर है।
गौरतलब है महेंद्र सिंह धोनी अपने निर्णय से सबको आश्चर्य में डाल देते है। या यूँ कहें की उन्होंने अपने निर्णय से कई बार साबित भी किया है कि आखिर वो क्यों महेंद्र सिंह धोनी हैं ? लेकिन यहाँ वो जडेजा के मामले में चुक गए। सत्र शुरू होने से 2 दिन पहले जडेजा को CSK का कप्तान बनाया गया। माही का यह फैसला अब गलत साबित हो रहा हैं। जडेजा के पास कप्तानी का कोई अनुभव नहीं था। ऐसे में जडेजा को कप्तान बनाना CSK के लिए बहुत महंगा साबित होता दिख रहा है।
May D loudest Whistles be with us for the super clash! ??
Set the alarms & Tune into Star Sports Network at 7️⃣:3⃣0️⃣ PM to watch the match live! #SRHvCSK #WhistlePodu #Yellove ?? pic.twitter.com/MVfdPSsHaB
— Chennai Super Kings (@ChennaiIPL) May 1, 2022
अब जब CSK प्लेऑफ में जगह बनाने के दौर से लगभग बाहर है। तब फिर से धोनी CSK के नए कप्तान होंगे । देखना दिलचस्प होगा कि क्या माही अपने टीम के लिए कोई चमत्कार कर पाते हैं।
धोनी के दुबारा CSK का कप्तान बनने से एक बात तो तय है कि धोनी अगले सत्र में भी खेलते हुए दिखाई देंगे। ये देखना भी मजेदार होगा कि अब जब जडेजा ने कप्तानी छोड़ दी है तो अगला कप्तान किसे बनाया जा सकता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि इस बार कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी और फैसला सोच समझ कर ही लिया जाएगा।