आरबीआई ने बढ़ाईं ब्याज दरें, लोन महंगा और ईएमआई पर पडे़गा असर
आरबीआई बुधवार को रेपों रेट (Repo Rate) में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की घोषणा की है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति के द्वारा रेपो दर में 40 बीपीएस बढ़ाने के लिए मतदान किया गया। इसके बाद अब यह दर 4.4 फीसद हो गई है। रेपो दर में इस बढ़ोतरी के कारण होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई (EMI) बढ़ने का अंदेशा है। इसके साथ ही सीआरआर (CRR) में भी 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई है। रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद सेंसेक्स में 1300 से अधिक अंकों की गिरावट दर्ज की गई है।
आरबीआई के गवर्नर ने महंगाई को काबू करने बात कही है। उनका बयान ऐसे समय आया है जब वैश्विक मुद्रास्फीति भारत की रिकवरी के लिए एक चुनौती पेश कर रही है। बता दें कि यूएस फेडरल रिजर्व रिकॉर्ड मुद्रास्फीति को काबू करने के लिए प्रमुख ब्याज दर में 50 आधार अंक की बढ़ोतरी कर सकता है। आरबीआई गवर्नर के अचानक संबोधन की खबर से शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। सेंसेक्स 800 अंक गिर गया।
इसके अलावा आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अप्रैल में मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्त वर्ष 2023 के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को संशोधन कर 5.7 प्रतिशत किया था और आर्थिक विकास की दर को 7.2 प्रतिशत पर रखा था। इससे पिछली मौद्रिक नीति की समीक्षा में आरबीआई ने अपना फोकस ग्रोथ के बजाय मुद्रास्फीति पर करने का संकेत दिया था। वैश्विक कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के साथ-साथ पाम तेल के निर्यात पर इंडोनेशियाई प्रतिबंध से भारत के लिए महंगाई काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है।