पूर्व आर्मी चीफ बिक्रम सिंह : सामरिक समझौते पर चीन का रिकॉर्ड खराब, सावधान रहने की जरुरत
पूर्व आर्मी चीफ से जब पूछा गया कि चीन से पहले भी सामरिक समझौते हुए लेकिन इसके बावजूद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। इस पर जनरल बिक्रम सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, इस मामले में चीन का बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। इसलिए हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। चीनी नेतृत्व हमेशा दबाव में होता है। उन्होंने कहा कि हमें बेहतर भविष्य की कामना के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
बिक्रम सिंह ने कहा एलएसी वास्तविक रेखा नहीं है
जनरल बिक्रम सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, “एलएसी, यह एक वास्तविक रेखा नहीं है. इसे लेकर दोनों तरफ अलग-अलग धारणाएं हैं. हमें यह समझना होगा कि चीन ने हमें जो चुनौती दी, वह फिंगर 4 की ओर आने के संदर्भ में थी. यह सैन्य नेतृत्व के लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। ”
जाने निनॉन्ग एरिंग ने मोदी पर क्या कहा ?
कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि 1914 में एक मैप बना जिसे चीन ने भी माना। तब तिब्बत अगल देश हुआ करता था, उस पर चीन का नियंत्रण नहीं था। लेकिन अभी चीजें पूरी तरह बदल गई हैं। हम उनके साथ हाथ मिलाकर कहते हैं कि हिन्दी-चिनी भाई-भाई और वो हमारे जवानों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही 20-20 जवान शहीद हो जाते हैं।
इस क्षेत्र में हार ना मानने के लिए जाना जाता है चीन – राजीव डोगरा
पूर्व भारतीय राजनयिक राजीव डोगरा ने कहा कि चीन इस क्षेत्र में कभी हार न मानने के लिए जाना जाता है।
जाने अजित मोहन ने व्हाट्सएप्प पर क्या कहा ?
अजीत मोहन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह स्पष्ट होना महत्वपूर्ण है कि कोई भी व्हाट्सएप संदेशों को नहीं पढ़ सकता है. हमारे पास आपके मैसेज का एक्सेस तक नहीं है क्योंकि वे एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं और इसलिए यह कभी भी पढ़े नहीं जा सकते. दूसरा, जनवरी के कुछ हफ्तों में लोगों ने इस बात का संकेत दिया कि वो वास्तव में अपने संचार की गोपनीयता के बारे में परवाह करते हैं. अगर यह धारणा है कि मैसेज प्राइवेट नहीं हैं, तो अन्य एप्लिकेशन होंगे जो उन विकल्पों को प्रदान करेंगे. हम जानते हैं कि बहुत प्रतिस्पर्धा है. हमें हर दिन भरोसा रखना होगा और जब भी अन्य सेवाएं बेहतर प्रस्ताव के साथ आती हैं, तो प्रतिस्पर्धा होता है। ‘
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