बहन की जलती चिता में कूदा भाई, झुलसने से हुई मौत
मध्य प्रदेश के सागर में मझगुवां गांव में एक भाई ने चचेरी बहन की जलती हुई चिता में अपनी जान दे दी। जब उसे बहन की मौत की खबर मिली तो वह 430 किलोमीटर दूर धार से सीधे श्मशान घाट पहुंचा और वहां जाकर उसने जलती चिता को प्रणाम किया और इसके बाद चिता में कूद गया। आग में झुलसने के बाद जब उसे अस्पताल ले जाते वक्त युवक ने रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
कुंए में मिला ज्योती का शव
घटना के बारे में परिजनों ने जानकारी देते हुए कहा कि युवक की बहन ज्योति उर्फ प्रीती शाम को खेत पर सब्जियां लेने गई थी, लेकिन काफी देर बाद भी जब वह वापस नहीं लौटी तो जब काफी देर तक वो नहीं लौटी तो उसकी तलाश शुरू की गई लेकिन ज्योती का कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन गांव में बने हुए कुएं में लोगों को ज्योति के कपड़े दिखाई दिये तो कुएं में ज्योती की तलाश की गई। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई और कुएं का पानी खाली कराया गया और ज्योती का शव निकाला गया।
428 किमी दूर से आया था युवक
पुलिस ने ज्योति के शव को कुएं से बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बहन की मौत की खबर धार में रह रहे उसके चचेरे भाई करण ठाकुर को लगी तो वह बाइक से ही सागर के लिए रवाना हो गया। शुक्रवार शाम पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद ज्योति का शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद परिजनों ने गांव के पास बने श्मशान घाट में उसका अंतिम संस्कार किया।
अंतिम संस्कार के बाद सभी लोगों के घर वापिस आने तक करण ठाकुर श्मशान घाच नहीं पहुंच पाया था, लोगों के घर जाने के बाद जब करण श्मशान पहुँचा और चिता में कूद गया। उसके चिता में कूदते समय कुछ गांव वालों ने उसे देख लिया था और वहां पहुंचे और इस बारे में परिजनों को खबर की। परिजन जब तक श्मशान घाट पहुंचे तब तक 21 वर्षीय करण का शरीर पूरी तरीके से जल चुका था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
बहन की चिता के बराबर में हुआ करण का अंतिम संस्कार
पुलिस के मुताबिक कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद करण का शव भी पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया। रात को जब करण के मां-बाप मझगुवां गांव पहुंचे तब रविवार सुबह बहन ज्योति की चिता के पास ही करण का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि दोनों ही मामलों में मुकदमा दायर कर लिया गया है और मामलों की जांच की जा रही है।