क्या है अग्निपथ योजना? क्यों हो रहा विरोध? और कैसे होगी भर्ती? जानिए सबकुछ
बिहार में लगातार अग्निपथ योजना को लेकर विरोध चल रहा है। मामला बिहार के मुफस्सिल थाना क्षेत्र का है जहां पर भुसंडा मोड़ पर सेना में अग्निपथ बहाली योजना के विरोध में लोगों ने बुधवार की शाम को टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान सड़क जाम की गई जिसके कारण वाहनों का आवागमन अवरुद्ध हो गया। मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन गुस्साए लोग पुलिस पदाधिकारी और जवानों की बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे।
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जिसके बाद प्रदर्शन बढ़ता देख सूचना जिला मुख्यालय को दी गई, जिसके बाद अतिरिक्त बल भेजा गया। पुलिस ने जाम हटाने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। अंधेरा होने की वजह से कुछ साफ नहीं था।
इस दौरान वहां से गुजर रहे पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के काफिले पर भी प्रदर्शनकारियों ने पथराव और घेराव करने की कोशिश की। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित निकाल लिया।
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मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने कहा कि घटनास्थल पर एडिशनल एसपी मनीष कुमार एवं एसडीओ इंद्रवीर कुमार पहुंचे है। स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है। पूर्व सीएम की गाड़ी पर कुछ नहीं हुआ है। उनके वहां से गुजरने की कोई जानकारी नहीं है।
क्यों हो रहा है विरोध?
दरअसल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को आर्म्ड फोर्सेज में 4 साल की नौकरी के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की। इस योजना के तहत 90 दिनों के अंदर करीब 46 हजार भर्ती होनी है। जो देश के सभी 773 जिलों से होंगी। लेकिन कई युवाओं में गुस्सा इसलिए है क्योंकि इससे पिछले दो साल में हुई परीक्षाओं का कोई अस्तित्व नहीं रह गया, बताया गया कि वो भर्तियां भी इसी प्रोग्राम के तहत होंगी।
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वहीं युवाओं का कहना है कि 25 फीसदी अग्निवीरों को तो कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा, लेकिन बाकी 75 फीसदी अग्निवीरों का चार साल बाद क्या होगा। उन्हें भत्ता तो सरकार दे देगी, लेकिन नौकरी कहां ऐसी चिंताओं के बीच कल गृह मंत्रालय ने ऐलान किया था कि इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं राज्य सरकारों ने भी अलग–अलग ऐलान किए हैं।
क्या है अग्निपथ स्कीम?
भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार कोई ऐसी योजना आई है जिसके तहत शॉर्ट टर्म भर्ती की जानी है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओ की उम्र साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच होगी।
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मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर होने वाली भर्ती के तहत शुरू के 6 महीने बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी और 30 से 40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे। पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा।
वहीं चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त कर फिर नई भर्तियां की जाएंगी। साथ ही सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा।
राहुल गााधी और केजरीवाल ने साधा निशाना
उधर राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार को घेरा। राहुल ने ट्वीट कर लिखा कि ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेरोजगारों की आवाज सुनने की अपील की है। उन्होंने कहा कि न कोई रैंक, न कोई पेंशन… न 2 साल से कोई डायरेक्ट भर्ती… न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य… न सरकार का सेना के प्रति सम्मान… देश के बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनिए, इन्हे ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी”।
न कोई रैंक, न कोई पेंशन
न 2 साल से कोई direct भर्ती
न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य
न सरकार का सेना के प्रति सम्मान
देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हे 'अग्निपथ' पर चला कर इनके संयम की 'अग्निपरीक्षा' मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 16, 2022
वहीँ अग्निपथ योजना को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि “सेना भर्ती में केंद्र सरकार की नई योजना का देश में हर तरफ विरोध हो रहा है। युवा बहुत नाराज हैं। उनकी मांग एकदम सही है. उन्होंने कहा कि सेना हमारे देश की शान है, हमारे युवा अपना पूरा जीवन देश को देना चाहते हैं, उनके सपनों को 4 साल में बांधकर मत रखिए”।
केंद्र सरकार से अपील- युवाओं को 4 साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए। पिछले दो साल सेना में भर्तियाँ ना होने की वजह से जो overage हो गए, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए।
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— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 16, 2022
अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा कि “केंद्र सरकार से अपील है कि युवाओं को 4 साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि पिछले दो साल सेना में भर्तियां ना होने की वजह से जो ओवरएज हो गए, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए”।
https://www.aajtak.in/india/delhi/story/rahul-gandhi-over-agnipath-scheme-youth-protest-in-bihar-gurugram-rajasthan-ntc-1482942-2022-06-16