NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
7 और विधायक पहुँचे शिंदे के पास, क्या उद्धव दे सकते हैं इस्तीफा, पढ़िए यह खबर

महाराष्ट्र सरकार पर सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे की बागी नेताओं के द्वारा शिवसेना छोड़ने के कारण पार्टी के खिलाफ उनकी शक्ति बढ़ती जा रही है। माना जा रहा कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार का आज तख्तापलट हो सकता है। आज पता चल जाएगा कि शिवसेना सरकार बनी रहेगी या चली जाएगी।

इस बीच, शिवसेना के पांच और दो निर्दलीय विधायक भी गुवाहाटी पहुंचकर शिंदे के खेमें में आ गए हैं। इनमें गुलाबराव पाटील, योगेश कदम, सदा सरवंकर, योगेश पवार और मंगेश कुंडालकर शामिल हैं और दो विधायक मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल निर्दलीय हैं। गुरुवार सुबह सदा , योगेश और मंगेश गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल पहुंचे। इन्हें होटल के बाहर गाड़ी में जाते हुए देखा गया। बाकी के चार विधायक पहले ही पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि शिवसेना के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बागी विधायकों की संख्या 41 है और बाकी 7 विधायक निर्दलीय हैं। एकनाथ के पास कुल 48 विधायक होने की ख़बर है।

वहीं राजनीतिक संकट में घिरे शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे परिवार समेत बुधवार रात सरकारी बंगले ‘वर्षा’ से अपने निजी आवास ‘मातोश्री’ में वापिस आ गए। इस दौरान उद्धव के साथ उनके बेटे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे, तेजस ठाकरे व उनकी पत्‍नी रश्मि ठाकरे ने भी सीएम आवास खाली कर दिया और अपने निजी आवास पर आ गए।

मातोश्री पहुँचने पर आदित्य ठाकरे ने शिवसेना कार्यकर्तोओं के सामने विक्ट्री साइन दिखाया और वहां मौजूद लोगों से हाथ मिलाया। उद्धव ने वर्षा से निकलने से पहले वहां मौजूद विधायकों से भावुक होकर कहा कि “जो जाना चाहे, जा सकता है”। इस दौरान भारी संख्‍या में शिवसैनिक मातोश्री के बाहर मौजूद थे और समर्थकों ने ‘उद्धव तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं’ का नारा भी लगाया और संमर्थकों ने शिंदे को गद्दार कहा। इस बीच संजय राउत ने बयान दिया कि उद्धव ठाकरे सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे।

उधर बीजेपी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शिवसेना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “डमी कार और डायलिसिस की सरकार बहुत दिन नहीं चलती। डमी कार और डायलिसिस की सरकार चलाकर, जुगाड़, जोड़तोड़ से जनादेश का अपहरण कर अगर कोई समझता है कि यह चलता रहेगा तो ऐसा नहीं है। ऐसी सरकार चलाने वालों को इसका एहसास हुआ है”।