उद्धव ठाकरे का इस्तीफा, कंगना का तंज, महाराष्ट्र में उड़ रहा सियासी रंग
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बहुमत परीक्षण से पहले इस्तीफा दे दिया है. ठाकरे खुद कार चलाकर रात में राज्यभवन पहुंचे थे, उन्होंने इसके साथ ही विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस्तीफा दे दिया है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने का निर्णय सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि फ्लोर टेस्ट पर रोक नहीं है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने फैसला दिया था।
उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पद का इस्तीफा देने का ऐलान किया था, जिसमें उन्होंने ये भी कहा था कि बागी विधायकों को कोई शिवसैनिक मुंबई आने से न रोके। ‘शिवसेना प्रमुख ने जिन्हें बढ़ाया, फेरीवाले, दारू की भट्टी चलाने वाले, ऑटो चलाने वाले और टपरी वालों को बाळासाहेब ने पद दिया, मंत्रिपद दिया, नगरसेवक, विधायक, सांसद बनाया, लेकिन आज इन्हीं लोगों ने शिवसेना प्रमुख को धोखा दिया.’ उन्होंने बताया कि वो गुरुवार से शिवसेना भवन में बैठेंगे।
उन्होंने ‘जागृत युवा-युवतियों को जोड़कर पूरे महाराष्ट्र में शिवसेना को मजबूत बनाने की बात भी कही।’
वहीं महाराष्ट्र के इस सियासी संकट के बीच कंगना रणौत का बयान भी सामने आया है। कंगना ने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो जारी करते हुए उद्धव ठाकरे और उनकी सरकार पर वार किया है।
वीडियो में अभिनेत्री ने कहा, कि 2020 में मैंने कहा था कि लोकतंत्र एक विश्वास है और सत्ता के घमंड में आकर जो इस विश्वास को तोड़ता है, उसका घमंड टूटना भी निश्चित है। यह किसी व्यक्ति की शक्ति नहीं है। ये शक्ति है सच्चे चरित्र की।’ इसके साथ ही कंगना ने क्या कहा आइए आपको सुनते हैं…
https://www.instagram.com/tv/CfazZUTtncR/?igshid=YmMyMTA2M2Y=
जानकारी के लिए बता दें कि उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देने से पहले अहम फैसला लेते हुए दो शहरों के नाम बदल दिए थे। उन्होंने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव किया था। इसके अलावा नवी मुंबई एयरपोर्ट का नाम डी बी पाटिल एयरपोर्ट करने का ऐलान किया था। इस फैसले के तुरंत बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।