आरसीपी सिंह के भविष्य का फैसला करेंगे ललन सिंह, जदयू नेता ने दिया बयान
जदयू नेता आरसीपी सिंह ने कल केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यसभा सांसद के तौर पर उनका कार्यकाल ख़त्म हो गया था और इस बार जदयू ने इन्हें राज्यसभा प्रत्याशी घोषित भी नहीं किया था। आज आरसीपी सिंह दिल्ली से पटना पहुँचे।
उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं पार्टी के अलग-अलग महत्वपूर्ण पदों पर रहा। इस दौरान मैं पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना। प्रधानमंत्री जी की कृपा से मैं 1 साल तक केंद्र में मंत्री भी रहा। वार्ड से लेकर पंचायत तक हमारे साथी हैं और इन सबके साथ हमारा मधुर संबंध रहा है। मैं संगठन का आदमी हूं और कार्यकर्ता के साथ ही रहता हूं।
बिहार के ऊर्जा मंत्री व जदयू नेता विजेंद्र यादव से जब आरसीपी सिंह से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है लेकिन वो पार्टी के सदस्य बने रहेंगे। उनकी आगे क्या जिम्मेदारी होगी, वो राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तय करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि आरसीपी सिंह संगठन के लिए काम करें, उनका स्वागत है। बता दें, पिछले दिनों आरसीपी सिंह और नीतीश कुमार के बीच मतभेद की बात भी सामने आई थी। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इसीलिए उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा गया। इसके बाद बीच में यह भी ख़बर सामने आई थी कि आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल होने वाले हैं, लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला।
बता दें, कभी पार्टी में नम्बर दो की हैसियत रखने वाले आरसीपी सिंह की यह स्थिति इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने नीतीश कुमार से बगावत कर दी। जब जदयू ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में दो सीटों की माँग रखी थी, लेकिन आरसीपी सिंह ने बिना पार्टी की बात सुने एक ही मंत्री पद से मान गए और खुद मंत्री बन गए। हालांकि, विभिन्न मंचों से आरसीपी सिंह यह दावा करते नज़र आते रहे कि उन्होंने मंत्री पद नीतीश कुमार के कहने पर लिया है। हालांकि वर्तमान परिस्थिति में आरसीपी सिंह की राजनैतिक भविष्य अधर में लग रही है।